महारानी एलिजाबेथ-2 के राज्यारोहण संबंधित वस्तुओं की प्रदर्शनी
रायपुर, 11 सितम्बर (आईएएनएस)| महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के राज्यारोहण व वर्षगांठ के अवसर पर जारी डाकटिकट, सिक्के व अन्य वस्तुओं की प्रदर्शनी लगाई गई।
100 फ्रेम की यह प्रदर्शनी शहर के मध्य गास मेमोरियल हाल में लगाई गई। पांच दिवसीय यह प्रदर्शनी आदित्य प्रताप सिंह एंटरटेनमेंट द्वारा आयोजित की गई थी, जिसमें डा भानु प्रताप सिंह के संग्रह से इन वस्तुओं का प्रदर्शन किया गया।
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का राज्यारोहण वर्ष 1953 में उनके पिता किंग जार्ज 6 के देहांत के बाद हुआ था। इस अवसर पर विभिन्न कामनवेल्थ देशों द्वारा जारी डाक टिकट, सिक्के व अन्य वस्तुएं जारी की गई थी। इनमें एक ही डिजाइन के जिन्हें अंग्रेजी में ओमनीबस कहा जाता है, भी जारी किया गया था। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के राज्यारोहण सालगिरह में लगभग 100 देशों द्वारा जारी डाक टिकट को भी प्रदर्शित किया गया।
रायपुर निवासी डा. भानु प्रताप सिंह, ने इन वस्तुओं का संग्रह 9 वर्ष की आयु से शुरू किया था। वह ब्रिटिश शासकों के राज्यारोहण व विभिन्न वर्षगांठ की वस्तुएं संग्रहित करते हैं। उनके संग्रह में किंग जार्ज पंचम, किंग जार्ज-6 तथा महारानी एलिजाबेथ से सम्बंधित वस्तुओं का संग्रह मौजूद है।
डा. सिंह ने बताया कि कई देशों ने इन अवसरों पर सिक्के जारी किए। इस प्रदर्शनी में डाकटिकट व सिक्कों के अलावा महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के बचपन से लेकर वर्तमान तक के चित्र के साथ-साथ उनके जीवन के विभिन्न आयामों को दर्शाने के लिए कोलाज का भी प्रदर्शन किया गया है। साथ ही डा भानु प्रताप सिंह व आदित्य प्रताप सिंह द्वारा लिखित पुस्तिका का भी अनावरण किया गया। डा सिंह ने बताया कि इस प्रदर्शनी में प्रदर्शित संग्रह उनके संग्रह का छोटा हिस्सा है।
तीन से सात सितंबर तक लगाई गई प्रदर्शनी के बारे में डा. भानु प्रताप ने कहा कि प्रदर्शनी उनके ही खर्च से लगाई गई, तथा इसका मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों के बीच डाक टिकट व सिक्का संग्रहन को बढ़ावा देना है। इस प्रदर्शनी को देखने स्कूली छात्र व छात्राओं की भीड़ उमड़ी, जो इसे देखकर काफी प्रभावित दिखाई दिए।