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दो ट्रांसजेडरों के प्‍यार की ऐसी दास्‍तां कभी नहीं सुनी होगी आपने, अब रचाने जा रहे शादी

प्रेम कहानियां तो आपने बहुत सुनी होंगी, लेकिन आज हम आपको एक ऐसे प्रेम की अजब कहानी सुनाएंगे जो आपने पहले कभी नहीं सुनी होगी।

ये कहानी है आरव अपुकुट्टन और सुकन्या कृष्ण की। इन्‍हें प्‍यार भी ऐेसी जगह हुआ जहां इसके बार सोचा नहीं जा सकता। जी हां, इन्‍हें अस्पताल में और अजीब हालात में प्रेम हुआ। वह भी उस वक्‍त जब ये दोनों लिंग परिवर्तन करने आए थे। आज हम आपको केरला के ट्रांसजेंडर यानी समलैंगिक कपल की लवस्‍टोरी बता रहे हैं। इनकी लवस्‍टोरी इस कदर परवान चढ़ने जा रही है कि ये दोनों शादीके बंधन में बंधने जा रहा है। आइए जानते हैं, इनके इस सुनहरे सफर के बारे में-

46 साल के आरव को 22 साल की सुकन्या से मुंबई के एक अस्पताल में प्रेम हो गया। कमाल की बात यह है कि दोनों ही वहां सेक्स बदलवाने की सर्जरी के लिए पहुंचे थे। वहां आरव, फीमेल से मेल बने थे। वहीं सुकन्‍या पुरुष से महिला बनी थी।

अपने लिंग परिवर्तन के इलाज के लिए जब सुकन्या केरल से थोड़ी दूर स्थित एक अस्पताल में अपने डॉक्टर से मिलने पहुंचीं, तभी आरव भी उसी अस्पताल में अपने दोस्त की मदद को आया था। आरव को सुकन्या पहली नज़र में भा गई थी।

वह उन्हें  देखते रह गए, जब सुकन्या अपनी मां से फ़ोन पर मलयालम में बात कर रही थीं। तब आरव को समझ आया कि सुकन्या भी केरल से हैं और उन्होंने सुकन्या से बातचीत शुरू कर दी। चंद घंटों की बातचीत में आरव और सुकन्या को पता चला कि वे दोनों ट्रांसजेंडर हैं।  दोनों का दर्द एक जैसा हैं, अंत में दोनों ने एक दूसरे के फ़ोन नंबर लिए और उनके फ़ोन पर बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ। फ़ोन पर बातचीत का सिलसिला बढ़ा और दोनों की दोस्ती प्यार में बदल गई।

अपने लिंग परिवर्तन के इलाज के लिए जब सुकन्या केरल से थोड़ी दूर स्थित एक अस्पताल में अपने डॉक्टर से मिलने पहुंचीं, तब आरव भी उसी अस्पताल में अपने दोस्त की मदद के लिए आया था। आरव को सुकन्या पहली नज़र में पसंद आ गई थी। वो उन्हें सिर्फ देखते रह गए।

जब सुकन्या अपनी मां से फ़ोन पर मलयालम में बात कर रही थीं, तब आरव को समझ आया कि सुकन्या भी केरल से हैं और उन्होंने सुकन्या से बातचीत शुरू कर दी। चंद घंटों की बातचीत में आरव और सुकन्या को पता चला कि वो दोनों ट्रांसजेंडर हैं। उनकी तकलीफ़ें एक समान हैं। अंत में दोनों ने एक दूसरे के फ़ोन नंबर लिए और उनके फ़ोन पर बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ। फ़ोन पर बातचीत का सिलसिला बढ़ा और दोनों की दोस्ती प्यार में तब्दील हो गई।

चंदू से बनी सुकन्‍या त्रिवेंद्रम की रहने वाले सुकन्या कृष्णन (22) का जन्म एक पुरुष के रूप में हुआ। परिवारीजनों ने उन्हें चंदू नाम दिया। उम्र बढ़ने के साथ सुकन्या को पता चला कि उनके अंदर महिलाओं जैसी भावनाएं हैं। उम्र बढ़ने के साथ-साथ उन्होंने महिलाओं की तरह कपड़े पहनना और उनकी तरह व्यवहार शुरू कर दिया था।

कुछ लोग उन्हें ट्रांसजेंडर कह ताने भी देते थे। लोगों के अपमान की परवाह किए बिना सुकन्या ने हार नहीं मानी और एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर बन गईं। फिलहाल वह बेंगलुरु की एक बड़ी आईटी कंपनी में नौकरी कर रही हैं।

बिंदू से आरव बनने का सफर केरल के रहने वाले आरव अप्पुकुट्टन(46) का जन्म एक लड़की के रूप में हुआ था। उनके पेरेंट्स ने उन्हें ‘बिंदु’ नाम दिया। पेशे से टूर मैनेजर आरव के माता-पिता का बचपन में ही निधन हो गया था।

इसके बाद वह नौकरी और पढ़ाई के सिलसिले में देश और विदेश के कई शहरों में रहे। उम्र बीतने के साथ आरव को पता चला कि उनका शरीर एक महिला का है, लेकिन उनकी भावनाएं एक लड़के की हैं। युवा होने पर उनकी दाढ़ी-मूंछ आने लगी।

इसके बाद उन्होंने पूरी तरह से एक लड़के की जिंदगी जीने का फैसला कर लिया। आरव ने अपने बाल लड़कों की तरह रख लिए और उनकी तरह ही कपड़े पहनना शुरू कर दिया। नौकरी के सिलसिले में दुबई गए आरव को सेक्स चेंज ऑपरेशन की जानकारी मिल गई।

दोनों ने कुछ समय पहले मुंबई के एक हॉस्पिटल में ऑपरेशन कर अपना लिंग परिवर्तन करवाया है। इस ऑपरेशन के बाद आरव पूरी तरह से लड़का और सुकन्या लड़की बन गई है। दोनों बच्चा पैदा करने में सक्षम नहीं हैं। इसलिए दोनों ने शादी के बाद बच्चा गोद लेने का मन बनाया है। दोनों सितंबर महीने में एक मंदिर में हिन्दू रीतिरिवाजों के साथ शादी करने जा रहे हैं। दोनों परिवार उनके इस निर्णय से बेहद खुश हैं।

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