आधार में सर्वोच्च न्यायालय के सभी सिद्धांतों का समावेश : नीलेकणि
बेंगलुरू, 25 अगस्त (आईएएनएस)| इंफोसिस के सह-संस्थापक और गैर-कार्यकारी अध्यक्ष नंदन नीलेकणि जो यूआईडीएआई के भी शिल्पकार हैं।
उन्होंने शुक्रवार को आधार में भरोसा व्यक्त करते हुए कहा कि ‘इसे सर्वोच्च न्यायालय के सभी सिद्धांतों का पालन करते हुए डिजायन किया गया है।’
नीलेकणि ने शुक्रवार को निवेशकों की बैठक में शीर्ष अदालत के निजता के अधिकार पर दिए गए ऐतिहासिक फैसले पर पूछे जाने पर कहा, न्यायमूर्ति श्रीकृष्णा के निर्देशन में डेटा सुरक्षा नीति बेहतर है। आधार कार्ड भी एक छोटी पीठ के समक्ष जाने की संभावना है, जिसके बारे में मुझे लगता है कि वे इसका गठन करेंगे।
उन्होंने कहा, मुझे भरोसा है कि आधार जारी रहेगा, क्योंकि इसमें सर्वोच्च न्यायालय द्वारा निर्धारित सभी सिद्धांतों का समावेश है।
उन्होंने कहा, यह बहुत अच्छा फैसला है (सर्वोच्च न्यायालय का), क्योंकि इसमें निजता को निजी अधिकार घोषित किया गया है। इसमें यह भी देखा गया है कि बड़े सामाजिक हित में आपके पास कुछ बाधाएं आ सकती है।
उन्होंने कहा, अदालत ने आधिकारिक रूप से कहा कि निजता का अधिकार मौलिक अधिकार है, लेकिन पूर्ण अधिकार नहीं है।
नीलेकणि (62) इंफोसिस के 2002 मार्च से लेकर 2007 अप्रैल तक उपाध्यक्ष थे। उन्होंने भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण के प्रमुख का पद संभालने के लिए 2009 में इंफोसिस छोड़ दिया था। वे 2014 के मई तक प्राधिकरण के पहले अध्यक्ष रहे।