आज लगेगा पूर्ण सूर्यग्रहण, इन विशेष बातों का रखें ख़ास ध्यान
सोमवार को साल 2017 का दूसरा सूर्यग्रहण है। पहला सूर्य ग्रहण 26 फरवरी को पड़ा था। इससे दो सप्ताह पहले साल का पहला चंद्र ग्रहण था। ये पूर्ण सूर्यग्रहण होगा जो कि यूरोप ज्यादातर हिस्सो में दिखाई देगा। सूर्य ग्रहण तब होता है जब पृथ्वी और सूर्य के बीच चंद्रमा आ जाता है।
भारत में नहीं दिखेगा ग्रहण
चंद्रमा सूर्य के प्रकाश से प्रकाशित होकर भी पृथ्वी को अपने शीतल प्रकाश से शीतलता देता है। यह मानव के मन मस्तिष्क का कारक व नियंत्रणकर्ता भी है। सूर्य ऊर्जा व चंद्रमा मन का कारक है। 21 अगस्त को 2017 का पूर्ण सूर्य ग्रहण आखिरी ग्रहण होगा।
सूर्यग्रहण भारत, अफ्रीका और एशिया के कुछ भागों में नहीं दिखेगा। दिल्ली के नेहरू तारामंडल में निर्देशक एन रत्नाश्री ने बताया कि अमेरिका और कनाडा में पूर्ण सूर्य ग्रहण दिख सकेगा। जो महिलाएं इस समय गर्भवती हैं उनकी गर्भस्थ संतान पर इस ग्रहण का विशेष प्रभाव पड़ेगा। सूर्य संपूर्ण जगत की आत्मा का कारक ग्रह है। चंद्रमा पृथ्वी का प्रकृति प्रदत्त उपग्रह है।
100 सालों बाद ऐसा संयोग
ग्रहण का मध्यकाल रात्रि 11.51 बजे होगा। जिन देशों में यह ग्रहण दिखाई देगा वहां ग्रहण का सूतक 12 घंटे पहले यानी 21 अगस्त के दिन में 11.51 बजे से लग जाएगा।
इस ग्रहण का असर पूर्व के देशों और मध्य-पूर्व के देशों में देखने को मिलेगा। वहां की आर्थिक और सामाजिक स्थितियां खराब हो सकती हैं। गौरतलब है कि करीब 100 सालों बाद भाद्रों माह की अमावस्या के दिन अमेरिकी महाद्वीप में पूर्ण सूर्य ग्रहण लग रहा है।
नासा करेगा लाइव प्रसारण-
हालांकि, भारत के लोग इस सूर्य ग्रहण का दीदार नासा की वेबसाइट के जरिए कर सकते हैं। नासा सूर्य ग्रहण का लाइव प्रसारण करेगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक नासा ने 12 जगहों से सूर्य ग्रहण को कवर करने की योजना बनाई है। वहीं नासा इसे रिसर्च प्लेन, गुब्बारों और सैटेलाइट से भी कवर करेगा।