जीवनशैली

सोते वक्त शिशु के बगल रखें उसके खिलौने, जानिए वजह

लखनऊ। छह से आठ हफ्तों के बच्चों के लिए रात का वक्त सबसे सही होता है। दिन में शोरगुल होने की वजह से उनकी नींद ठीक तरह से पूरी नहीं हो पाती है। ऐसे में उनके सोने के लिए कुछ खास इंतजाम करना बेहद जरूरी है। शुशुओं को सुलाने के लिए भी रूटून बनाना चाहिए।

शिशुओं की नींद, शिशुओं को कैसे सुलाएं, शिशुओं की देखभाल.दूध पिलाते वक्त या खाना खिलाते वक्त माहौल बिल्कुल शांत रखने की कोशिश करें। इससे बच्चा दिन और रात के बीच के अंतर को समझ पाएगा और आसानी से सो जाएगा। इस उम्र तक के शिशुओं को अपने आप ही सोने के लिए प्रेरित करना चाहिए।

आप उसे गोद में झुलाते हुए या दूध पिलाते हुए सुलाने की कोशिश करेंगी तो उसे हमेशा के लिए ऐसे ही सोने की आदत पड़ जाएगी। शिशुओं को मालिश, कपड़े बदलना, दूध पिलाना और लोरी सुनाते हुए सुलाऐं। इससे बच्चे को भी एहसास हो जाएगा कि ये उसके सोने का वक्त हो गया है।

बच्चे के पास कोई खिलौना या बच्चे का कंबल रखें। ऐसा करने से वो अपने आपको सुरक्षित महसूस करेगा। इसे कुछ देर अपने पास रखें ताकि आपकी खुशबू उससे आने लगे। बच्चे खुशबू को पहचानते हैं। इन चीजों से आपकी खुशबू आएगी तो बच्चा सुरक्षित महसूस करेगा और आसानी से नींद पूरी कर पाएगा।

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