तीन साल पूरे होने पर नकवी ने राजग सरकार की गिनाई उपलब्धियां
पानीपत (हरियाणा)| केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मुख्तार अब्बास नकवी ने राजग सरकार के तीन साल पूरे होने पर हरियाणा में गुरुवार को आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लिया।
नकवी ने पानीपत में आयोजित स्वच्छता कार्यक्रम, अल्पसंख्यक सम्मेलन, प्रेस वार्ता, विचार बैठक सहित विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लिया, लोगों से मुलाकात की, और केंद्र सरकार की उपलब्धियों के बारे में लोगों को विस्तार से जानकारी दी।
नकवी ने कहा, “उज्जवला योजना के तहत लगभग दो करोड़ से अधिक गरीब परिवारों को मुफ्त एलपीजी कनेक्शन दिए गए। एक करोड़ परिवारों ने एलपीजी सब्सिडी छोड़ी।
तीन वर्षों में 26 करोड़ से अधिक लोगों के जन-धन खाते खुले, विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में 13 करोड़ गरीब शामिल किए गए। प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के द्वारा बिचौलियों की नाकेबंदी से लगभग 50 हजार करोड़ रुपए के सरकारी धन की बचत हुई है।”
उन्होंने कहा, “मुद्रा योजना के तहत सात करोड़ 45 लाख उद्यमियों को तीन लाख करोड़ से ज्यादा का बिना गारंटी ऋण देकर उन्हें रोजगार के अवसर मुहैया कराए गए हैं। इनमें 70 प्रतिशत से अधिक महिला लाभार्थी शामिल हैं।
इसके अलावा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यकों का भी एक बड़ा हिस्सा शामिल है। दो करोड़ से ज्यादा शौचालयों का निर्माण किया गया, और ‘मेक इन इंडिया’ के अंतर्गत इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्च रिंग के क्षेत्र में एक लाख 43 हजार करोड़ रुपये का निवेश हुआ है।”
अल्पसंख्यक मंत्रालय की उपलब्धियों की के बारे में नकवी ने कहा, “बिना तुष्टीकरण के सशक्तीकरण’ का प्रमाण है हमारा तीन साल का लेखा-जोखा। हमारा फोकस ‘3-ए’ रहा – एजुकेशन एम्प्लॉयमेंट एम्पावरमेंट।
‘प्रोग्रेस पंचायत’, ‘लेस कैश चौपाल’, राज्यों के साथ समन्वय बैठकें प्रमुख रहीं। नई रौशनी योजना के तहत दो लाख महिलाओं को विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण दिए गए। वर्ष 2017-18 के लिए अल्पसंख्यक मंत्रालय का बजट बढ़ा कर 4,195 करोड़ रुपये कर दिया गया है। पिछले बजट के 3,800 करोड़ रुपये के मुकाबले 368.23 करोड़ रुपये अधिक हैं।”
नकवी ने कहा, “आने वाले समय में शिक्षा का एक बड़ा अभियान ‘तहरीक-ए-तालीम’ शुरू किया जाएगा।
देश के सभी हिस्सों में ‘हुनर हाट’ आयोजित करना, सभी राज्यों में ‘हुनर हब’ की स्थापना करना, ‘उस्ताद सम्मान समागम’ आयोजित करना, पांच अंतर्राष्ट्रीय स्तर के शैक्षिक संस्थानों की स्थापना करना, अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्रों में 100 गुरुकुल -नवोदय जैसे विद्यालयों की स्थापना करना, दोबारा पानी के जहाज से हज यात्रा शुरू करना अल्पसंख्यक मंत्रालय के मुख्य लक्ष्य हैं।”