महिलाओं को इन जॉब्स से मिलती है खास सैलरी
अब महिलाएं हर क्षेत्र में पुरुषों से किसी मामले में कम नहीं हैं। बात महिलाओं को अच्छी सैलरी, वैसे तो अब महिलाएं हर क्षेत्र में अपना करियर बना रही हैं लेकिन एक्स्पट्र्स की मानें तो कुछ ऐसी फील्ड हैं जहां पांच से आठ साल के एक्सपीरियंस के बाद महिलाओं को अच्छी खासी सैलरी मिलती है।
तो जानते हैं कि ऐसी कौन सी फील्ड है जहां महिलाओं को अच्छी सैलरी मिलती है जहां महिलाओं अपना कॅरियर बनाना चाहिए।
फिजिशियन असिस्टेंट : लाइसेंस प्राप्त मेडिकल प्रोफेशनल्स स्वयं अपना क्लीनिक, डॉक्टर का ऑफिस या नर्सिंग होम खोल सकती हैं। इस क्षेत्र में काम करने वाली महिलाओं की औसत सैलरी 64 लाख रुपए तक होती है।
स्ट्रैटिजी मैनेजर : लगभग हर एक कंपनी के कुछ निर्धारित लक्ष्य होते हैं और उन लक्ष्यों को कैसे हासिल करना है, ये सब बताती हैं स्ट्रैटजी मैनेजर। महिलाओं को बहुत समझदार और मैनेजमेंट में निपुण माना जाता है इसलिए इस फील्ड में महिलाओं को ज्यादा तवज्जो मिलती है। इनकी औसत सालाना सैलरी 63 लाख रुपए होती है।
अडल्ट नर्स प्रैक्टिशनर : ये नर्स उन लोगों को चिकित्सा सेवा देती हैं जिनकी उम्र 21 साल से ऊपर होती है। विदेशों में भी नर्सिस की काफी डिमांड होती है। इस क्षेत्र में महिलाओं को 63 लाख रुपए सालाना सैलरी मिल सकती है।
नर्स प्रैक्टिशनर : इन नर्सिस के पास लाइसेंस होता है और ये एक फिजिशियन की तरह काम कर सकती हैं। ये बीमारियों का उपचार करने और दवाओं का प्रिस्क्रिप्शन देने में सक्षम होती हैं। इनकी सालाना सैलरी तकरीबन 62 लाख रुपए होती है।
इंटरनल ऑडिटिंग मैनेजर : इंटरनल ऑडिटिंग मैनेजर किसी भी कंपनी के रिस्क मैनेजमेंट को हैंडल करती हैं। इनका मुख्य काम कंपनी के वित्तीय मामलों पर फोकस करना है। यहां भी महिलाओं को औसत सालाना सैलरी 61 लाख रुपए मिलती है।
क्लीनिकल रिसर्च एसोसिएट : दवाओं के निर्माण के दौरान उनकी क्लीनिकली जांच करना इनका काम होता है। इस क्षेत्र में 61 लाख रुपए सालाना सैलरी मिल सकती है।
रेग्युलेटरी अफेयर्स मैनेजर : प्रॉडक्ट्स की मैन्यूफैक्चरिंग, टेस्टिंग, मार्केटिंग से संबंधित कंपनी की आंतरिक नीतियों की समीक्षा करना रेग्युलेटरी अफेयर्य मैनेजर का काम होता है। इस क्षेत्र में 67 प्रतिशत महिला इंप्लॉयीज ही जॉब करती हैं। इनकी सालाना सैलरी 60 लाख रुपए होती है।
सीनियर ऑपरेशंस प्रॉजेक्ट मैनेजर : बड़ी-बड़ी कंपनियों में सीनियर पोजीशन पर काम करने वाली 42 पर्सेंट सीनियर ऑपरेशंस प्रॉजेक्ट मैनेजर महिलाएं ही होती हैं। इनका सीटीसी 60 लाख रुपए होता है।
यूजर एक्सपीरियंस रिसर्चर्स : इस फील्ड में काम करने वाली महिलाओं को कंप्यूटर प्रोग्राम को और बेहतर बनाने के लिए रिसर्च करनी पड़ती है। इस क्षेत्र में 65 फीसदी महिलाएं ही जॉब करती हैं। इनका सीटीसी भी 60 लाख रुपए होता है।
टीचर : भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी स्कूल, कॉलेजों और यूनिवर्सिटी में महिलाएं ही ज्यादातर शिक्षक होती हैं। भारत में तो महिलाओं के लिए टीचर से बेहतर और कोई नौकरी ही नहीं मानी जाती है। इनकी सालाना सैलरी 24 लाख रुपए से शुरु होती है।