एमसीडी चुनाव के लिए मतदान जारी, केजरीवाल ने वोट डाला
नई दिल्ली| दिल्ली में नगर निगम के 272 वार्डो के लिए रविवार को वोट डाले जा रहे हैं। मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ, जो शांतिपूर्ण तरीके से जारी है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और अन्य नेता शुरुआती घंटों में ही मतदान करने वालों में शामिल रहे। उत्तर दिल्ली नगर निगम की 104 सीटों और दक्षिण दिल्ली नगर निगम की 104 सीटों और पूर्व दिल्ली नगर निगम की 64 सीटों के लिए 2,500 से अधिक उम्मीदवार मैदान में हैं।
चुनाव के मद्देनजर मतदान केंद्रों पर दिल्ली पुलिस और अर्धसैनिक बल के 56,000 से ज्यादा जवान तैनात किए गए हैं। 20,000 अतिरिक्त होमगार्ड की तैनाती भी की गई है।
केजरीवाल ने सिविल लाइंस में अंडरहिल रोड ट्रांसपोर्ट कार्यालय स्थित मतदान केंद्र पर अपने माता-पिता और बेटी के साथ वोट डाला। उपराज्यपाल अनिल बैजल और उनकी पत्नी ने ग्रेटर कैलाश 2 के मतदान केंद्र पर वोट डाला।
दिल्ली के जल संसाधन मंत्री कपिल मिश्र ने यमुना विहार के एम.सी. प्राथमिक विद्यालय और ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल राय ने बाबरपुर में एम.सी प्राथमिक विद्यालय स्थित मतदान केंद्र पर जाकर अपना वोट डाला।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पांडव नगर के मतदान केंद्र पर कतार में खड़े होकर अपनी बारी की प्रतीक्षा करते देखे गए।
उन्होंने लोगों से घर से बाहर निकलकर उनकी पार्टी के लिए मतदान करने और ‘राष्ट्रीय राजधानी को भ्रष्टाचार से लड़ने में मदद’ देने की अपील की।
पांडव नगर, कोंडली, पटपड़गंज, संत नगर और बुराड़ी सहित अधिकांश क्षेत्रों में मतदान केंद्रों के बाहर अच्छी तादाद में लोग देखे गए।
कई क्षेत्रों में मतदान से पहले ही लोग केंद्रों के बाहर इकट्ठा हो गए। उन्होंने दिन चढ़ने के साथ धूप व गर्मी से बचने के लिए सुबह ही वोट डालने का फैसला किया, पर कई स्थानों पर मतदान केंद्र 100-200 मीटर दूर कर दिए जाने से भ्रम की स्थिति भी फैली। लोगों ने इस दौरान सुरक्षाकर्मियों द्वारा मदद नहीं करने की शिकायत भी की।
दक्षिणी दिल्ली में चितरंजन पार्क के अमित बसु ने बताया, “यहां कई लोगों को मतदाता पर्ची नहीं मिली, जिसके कारण भ्रम की स्थिति है। मुझे और मेरी पत्नी को मतदाता पर्ची नहीं मिली। इसके अलावा पार्टी स्टालों को 200 मीटर दूर स्थानांतरित कर दिया गया है।”
उन्होंने कहा कि पुलिस लोगों को सही जानकारी नहीं दे रही है। शहर के 13,022 मतदान केंद्रो पर 1.32 करोड़ से ज्यादा पात्र मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे।