मार्च से ही भीषण गर्मी का कहर शुरू, पारा 43 के पार
रायपुर । छत्तीसगढ़ में पिछले वर्षों की तुलना में इस वर्ष मार्च से ही भीषण गर्मी का कहर शुरू हो गया है। इस वर्ष मार्च के अंत में पारा 43 डिग्री को पार कर गया है, जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि इस वर्ष छत्तीसगढ़ का तापमान 48 डिग्री के आसपास पहुंच जाएगा। मार्च में ही चल रहे गर्म हवाओं के थपेड़ों से राजधानी की सड़कें सुनसान होने लगी हैं।
रायपुर मौसम विज्ञान केन्द्र से मिली जानकारी के अनुसार, छत्तीसगढ़ में पहली बार इस वर्ष मार्च में ही प्रदेश सबसे ज्यादा गर्म हो गया है। रिकॉर्ड के अनुसार पिछले कुछ सालों में मार्च महीने में अधिकतम तापमान 40 डिग्री से ऊपर नहीं गया था। यह पहला मौका है, जब मार्च के महीने में तापमान 43.2 डिग्री पहुंच गया। विभागीय आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष प्रदेश में भीषण गर्मी पड़ने की संभावना है।
विभागीय आंकड़ों की बात करें तो 30 मार्च 2013 को तापमान 39.0 डिग्री सेल्सियस, 30 मार्च 2014 को 39.9 डिग्री, 30 मार्च 2015 को 39.6 डिग्री, 30 मार्च 2016 को 38.7 डिग्री और 30 मार्च 2017 को 43.3 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया।
अप्रैल महीने में ही तापमान 45 डिग्री के पार होने की संभावना जताई जा रही है। वहीं दो दिनों से मौसम में तेजी से बदलाव महसूस किया गया। धूप तेज होने के साथ-साथ गर्म हवा भी चलने लगी है। राजस्थान से गर्म हवाएं इस बार जल्दी छत्तीसगढ़ पहुंच गई हैं। आमतौर पर ये 15 अप्रैल के बाद इस तरफ आती थीं, इसलिए उसके बाद ही तापमान बढ़ता था।
राजस्थान की तरफ से आ रही गर्म हवाएं दो-तीन दिनों में और तेज हो जाएंगी। इससे छत्तीसगढ़ में दोपहर के वक्त लू चलने लगेगी। पिछले सालों की अपेक्षा इस बार देशभर में तेज गर्मी पड़ रही है।