गोवा में लोकतंत्र की हत्या हुई : शिवसेना
मुंबई | शिवसेना ने गोवा में भाजपा की सरकार बनने को ‘लोकतंत्र की हत्या’ बताते हुए कहा कि यह जनादेश के साथ धोखा है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ और ‘दोपहर का सामना’ में प्रकाशित एक संपादकीय में कहा, “छोटी पार्टियों ने राज्यपाल को इस शर्त के साथ स्वीकृति के पत्र दिए थे कि अगर मनोहर पर्रिकर को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा, तभी वे भाजपा को समर्थन देंगे..हालांकि भाजपा के लिए अपने 13 निर्वाचित विधायकों में से एक को मुख्यमंत्री चुनना आसान नहीं था।”
शिवसेना ने कहा कि गोवा की जनता ने हालांकि ‘अयोग्य कांग्रेस’ का चयन किया है, लेकिन पार्टी त्वरित कदम नहीं उठा पाई और भाजपा ने तेजी से काम करते हुए संख्या के जोड़-तोड़ का लाभ उठा लिया। पर्रिकर के बारे में शिवसेना ने कहा कि या तो वह मोदी सरकार के लिए एक दायित्व बन चुके हैं या फिर वह खुद ही राष्ट्रीय राजनीति से परेशान होकर अपने गृह नगर में ही आरामदायक स्थिति में रहना चाहते हैं।
शिवसेना ने कहा है, “यहां तक कि पर्रिकर जब रक्षा मंत्री थे, तब भी वह अपना ज्यादा समय अपने गृह नगर में ही बिताते रहे हैं और पाकिस्तान को खोखली धमकियां देते रहे हैं।” शिवसेना ने पर्रिकर को यह याद रखने को कहा कि राज्य की जनता ने भाजपा को सत्ता से बेदखल कर दिया था और नवीनतम घटनाक्रम जनता की उम्मीदों से बिल्कुल परे है।
उन्होंने कहा, “गुरुवार को हुए विश्वास मत का परिणाम अप्रत्याशित है और इसे केवल ‘लोकतंत्र की हत्या’ ही कहा जा सकता है।”