..तो मतदान का बहिष्कार करेगा ‘दिव्यांग’
बांदा | उत्तर प्रदेश में बांदा जिले की बिसंडा थाने की पुलिस द्वारा ‘मिनी गुंडा’ एक्ट में निरुद्ध किए गए तेंदुरा गांव के एक दलित दिव्यांग व्यक्ति ने परिवार सहित मतदान के बहिष्कार करने की घोषणा की है। उसका आरोप है कि पुलिस ने गांव के एक दबंग की शह पर उसे और उसके दो भाइयों को फर्जी तरीके से फंसाया है। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी टी. वेंकटेशन को शनिवार को भेजे शिकायत पत्र में तेंदुरा गांव के अनुसूचित वर्गीय दिव्यांग (शारीरिक रूप से अक्षम) संतोष कोरी ने कहा कि गांव का दबंग व्यक्ति कौशल किशोर सिंह उसके रिहायशी घर में कब्जा करना चाहता है, इसमें बिसंडा पुलिस उसकी मदद कर रही है।
उसने बताया, “अगस्त माह 2016 में तीन सिपाही दबंग के साथ उसके घर में घुसकर तोड़फोड़ और महिलाओं के साथ अभद्रता की थी। इस मामले में डीजीपी के आदेशों पर तीनों सिपाही निलंबित भी हुए थे। इसी से नाराज होकर ओरन चौकी प्रभारी ने उसे और उसके दो भाई रामकेशव व रामविलक्षण को हाल ही में ‘मिनी गुंडा’ एक्ट में निरुद्ध कर दिया है।”
पुलिस ने भी न्यायालय में भेजी गई चालानी फर्द में कौशल किशोर सिंह का जिक्र किया है। उसने अपनी शिकायत में 23 फरवरी को होने वाले मतदान से पूर्व गुंडा एक्ट की कार्रवाई निरस्त न किए जाने पर परिवार सहित मतदान के बहिष्कार न करने का फैसला किया है।
उधर, अपर पुलिस अधीक्षक मायाराम वर्मा ने कहा, “मामला संज्ञान में आया है। जांच कराई जा रही है। जांच में पुलिस दोषी पाई गई तो कार्रवाई होगी।”