मप्र में इजराइल 2 उद्यानिकी केंद्र करेगा विकसित
भोपाल | मध्यप्रदेश में इजराइल उद्यानिकी के क्षेत्र में दो सेंटर ऑफ एक्सीलेंस विकसित करेगा। यह बात गुरुवार को इजराइल के राजदूत डेनियल कार्मोन ने यहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात के दौरान कही। आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री चौहान ने इस मुलाकात के दौरान कहा कि इजराइल और मध्यप्रदेश कृषि, सिंचाई, जल प्रबंधन और लोरीकल्चर के क्षेत्र में सहयोग कर सकते हैं। इजराइल के राजदूत कार्मोन ने चर्चा के दौरान कहा कि इजराइल ऐसा देश है, जिसे विपरीत परिस्थितियों में राष्ट्र निर्माण का अनुभव है। राष्ट्र के रूप में प्राथमिकताएं तय हैं। भारत से बेहतर संबंध इजराइल की प्राथमिकताओं में है।
उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच सहयोग के लिए प्राथमिकताओं वाले क्षेत्र चिह्न्ति किए गए हैं। इनमें रक्षा, कृषि, सिंचाई, जल प्रबंधन, नगरीय विकास और रिसाइकलिंग शामिल हैं। कार्मोन ने कहा कि इजराइल भारत के विभिन्न प्रदेशों में उद्यानिकी क्षेत्र में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस विकसित कर रहा है। इसमें मध्यप्रदेश के सीहोर और शाजापुर जिलों में दो सेंटर ऑफ एक्सीलेंस विकसित किए जाएंगे। इजराइल की प्रतिबद्धता भारत के साथ काम करने, सीखने और सहयोग करने की है।
मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि इजराइल रक्षा क्षेत्र में भी सहयोग कर सकता है। केंद्र सरकार की रक्षा उत्पादन नीति के तहत मध्यप्रदेश रक्षा नीति बनाने वाला पहला प्रदेश है। प्रदेश के जबलपुर और ग्वालियर इसके लिए उपयुक्त स्थान हैं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश देश का सबसे तेजी से विकसित होता प्रदेश है। प्रदेश की कृषि विकास दर लगातार चार वर्ष से 20 प्रतिशत से अधिक है। इजराइल द्वारा कृषि और जल प्रबंधन के क्षेत्र में किए गए कार्य दुनिया में उदाहरण हैं। कम पानी में ज्यादा सिंचाई इजराइल से सीखी जा सकती है। प्रदेश में पानी के बेहतर इस्तेमाल के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव अशोक वर्णवाल और एस़ क़े मिश्रा और मुख्यमंत्री के सचिव हरिरंजन राव भी मौजूद थे।