विरासत समिति करेगी प्रकाशोत्सव में आने वाले श्रद्धालुओं का मार्गदर्शन
पटना | बिहार के कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री शिवचंद्रराम ने यहां कहा कि पटना में आयोजित 350 वें प्रकाशोत्सव के मौके पर आने वाले श्रद्धालुओं का बिहार विरासत विकास समिति मार्गदर्शन करेगी। विभाग के उपक्रम बिहार विरासत विकास समिति के द्वारा 350 वें प्रकाशोत्सव के मौके पर गुरुवार को तख्त हरिमंदिर साहिब जी के मुख्य द्वार से ‘विरासत पद यात्रा’ निकाली गई। इस पदयात्रा का उद्घाटन करते हुए कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री राम ने कहा कि सिख धर्म के दसवें गुरु गुरु गोविंद सिंह जी ने धार्मिक सद्भाव और सामाजिक समरसता का संदेश दिया। उन्हांेने अपने शौर्य और दिव्य ज्ञान के बल पर नए समाज की स्थापना की और जनजागरण को धर्म का पाठ पढ़ाया।
विरासत पदयात्रा के विषय में बताते हुए उन्होंने कहा कि इस पद यात्रा का मुख्य उद्देश्य बाहर से आए श्रद्धालुओं और पर्यटकों का मार्गदर्शन और जानकारी देना है। विरासत पदयात्रा लोगों में जागरूकता पैदा करेगी। उन्होंने कहा, “बाहर से आए श्रद्धालुओं और पर्यटकों की उत्सुकता और सवालों के जवाब देने के लिए विरासत समिति की ओर से कैडर बनाए गए हैं। साथ ही मेजर बलवंत सिंह और उनके सभी सहयोगी मिलकर आगंतुकों के लिए ‘गाइड’ का काम करेंगे।”
उन्होंने कहा कि इससे आने वाले लोगों को सिख विरासत से जुड़े प्रमुख स्मारक बाल गुरुद्वारा, कंगन घाट, गुरु का बाग गुरुद्वारा, गाय घाट गुरुद्वारा और हांडी साहब का गुरुद्वारा के बारे में विस्तार से जानकारी मिल सके। इस पदयात्रा के दौरान कला संस्कृति एवं युवा विभाग के अपर सचिव आनंद कुमार, बिहार विरासत समिति के बी.के. चैधरी, अतुल वर्मा और मीडिया प्रभारी रंजन सिन्हा भी मौजूद रहे।