गुरु गोविंद सिंह के 350वें प्रकाशोत्सव की पटना में तैयारी
पटना | पटना में गुरु गोविंद सिंह के 350वें प्रकाशोत्सव में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए ऐतिहासिक और पौराणिक धरती पटना को तैयार किया जा रहा है। राजधानी के चार स्थानों पर बन रही टेंट सिटी का निर्माण अंतिम चरण में है। टेंट सिटी में ठहरने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकर की असुविधा न हो, इसका पूरा ख्याल रखा जा रहा है। मुख्य समारोह स्थल गांधी मैदान में बनाई जा रही टेंट सिटी को खास तरीके से तैयार किया जा रहा है। जर्मन तकनीक से तैयार इन स्विस कॉटेजों पर न हवा का असर होगा, न पानी का असर होगा, न आग का भय रहेगा। गुरु गोविंद सिंह की जन्मस्थली पटना के गांधी मैदान में प्रकाशोत्सव के दौरान ऐसी खेल प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाएगा जो गुरु गोविंद सिंह को पसंद थी। गांधी मैदान में 15 हजार श्रद्धालुओं को ठहरने की व्यवस्था की जा रही है।
बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम के प्रबंध निदेशक उमाशंकर प्रसाद कहते हैं कि टेंट सिटी में बनाए जा रहे स्विस कॉटेजों में फायर रेसिस्टेंस क्षमता के कारण ही जर्मन तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। उन्होंने कहा, “25 दिसंबर तक सारी तैयारियां मुकम्मल कर ली जाएंगी। स्विस कॉटेजों में वाशरूम अैर टॉयलेट में पानी की लगातार आपूर्ति के लिए प्रत्येक वाशरूम और टॉयलेट लाइन के अंत में पानी की टंकी लगााई गई है।” प्रसाद ने कहा, “ठहरने वाले श्रद्धालुओं और कार्यक्रम में भाग लेने अने वाले लोगों के लिए मैदान में 800 टॉयलेट और 800 वाशरूम बनाए गए हैं। गांधी मैदान में मुख्य सभास्थल के लेकर विशेष तैयारी की जा रही है। सभास्थल मंडप में बन रहा स्टेज 100 फीट लंबा अैर 80 फीट चौड़ा होगा। स्टेज पर जो कार्यक्रम होंगे उसे देखने के लिए 300 फीट लंबा जर्मन हैंगर लगाया जा रहा है। इस हैंगर में 50 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था की जा रही है।”
प्रबंध निदेशक बताते हैं कि ढांचे का डिजायन इस तरह तैयार किया गया है कि तेज हवा बहने या आंधी आने की स्थिति में भी उस पर हवा का अधिक दबाव नहीं पड़ेगा। टेंट सिटी में 1500 लोगों के रहने की व्यवस्था की गई है। इसके लिए 14 पंक्तियों में आवसीय कमरे बनाए गए हैं। इसमें प्रत्येक पंक्ति में 18 कमरों का निर्माण कराया गया है। लोगों को सोने के लिए फोल्डिंग कॉट लगाए गए हैं।
इस उत्सव में पांच लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इनमें से लगभग सवा लाख लोगों को विभिन्न टेंट सिटी में ठहराया जाएगा। इससे कहीं अधिक श्रद्धालुओं के आने के अनुमान के मद्देनजर शहर के नामचीन होटलों, गेस्ट हाउस, मैरेज हॉल, कम्युनिटी हॉल, अतिथिशाला, धर्मशाला को भी बुक कराया जा रहा है।
इनमें 15 हजार से अधिक लोगों के ठहरने की व्यवस्था की जा रही है। इसके अलावा विभिन्न स्कूल सहित अन्य जगहों पर व्यवस्था हो रही है। गांधी मैदान, कंगन घाट और बाइपास में टेंट सिटी का निर्माण अंतिम चरण में है। पटना घाट स्टेशन के पास भी टेंट सिटी बनाने का प्रस्ताव है। इस जगह को रिजर्व रखा गया है। प्रकाशोत्सव का मुख्य आयोजन पांच जनवरी को होगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने का कार्यक्रम है। इस दिन गांधी मैदान में मुख्य दीवान सजेगा। यहां कार्यक्रम में भाग लेने के बाद प्रधानमंत्री पटना साहिब स्थित गुरुद्वारा हरमंदिर साहिब जाएंगे।
इससे पूर्व एक से पांच जनवरी तक पटना के चार बड़े प्रेक्षागृहों में सांस्कृतिक उत्सव मनाया जाएगा। श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल, राजकीय प्रेमचंद रंगशाला, भारतीय नृत्य कला मंदिर और रवींद्र भवन में विभिन्न आयोजन होंगे। तीन जनवरी मार्शल आर्ट, गतका पार्टी अपना जौहर दिखाएंगे।
चार जनवरी को गांधी मैदान से भव्य नगर कीर्तन निकलेगा। यह 10 किलोमीटर तक लंबा होगा। नगर कीर्तन शाम को पटना सिटी पहुंचेगा। इस कीर्तन में सेना के बैंड आकर्षण का केंद्र होगा।
शताब्दी गुरुपर्व समिति के चेयरमैन सरदार गुरेंद्र पाल सिंह ने बताया कि सेना के दो बैंड नगर कीर्तन जुलूस में शामिल होंगे। इसके अलावा स्कूली बच्चों का मार्चपास्ट, बैंडबाजा और गतका दल के साथ पंजाब से आए 150 घोड़े मुख्य अकर्षण हांेगे।