केंद्र सरकार की ओर से देश के चुनिंदा नौ राज्यों में कराए गए एक सर्वे में यह खुलासा सामने आया है कि सबसे ज्यादा मोटों की संख्या उत्तराखंड में है। मोटापे के शिकार लोगों में सर्वाधिक संख्या देहरादून की है। ऊधमसिंहनगर और नैनीताल में भी मोटापे की समस्या पाई गई है। वार्षिक स्वास्थ्य सर्वे की ओर से कराया गया सर्वेक्षण उन नौ राज्यों में किया गया जो सामाजिक और आर्थिक तौर पर पिछड़े हुए हैं और जहां स्वास्थ सुविधाएं कम हैं। इन नौ राज्यों में बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड, मध्य प्रदेश, उड़ीसा, राजस्थान, असम, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश शामिल हैं।
सर्वे के अनुसार उत्तराखंड में नौ राज्यों में सबसे ज्यादा मोटे लोग मौजूद हैं। जबकि सामान्य से ज्यादा वजन वाले लोग भी उत्तराखंड में ही सबसे ज्यादा हैं। रिपोर्ट के अनुसार मोटापे और सामान्य से ज्यादा वजन वाले लोग उत्तराखंड में 18 से 59 उम्र के बीच के हैं। महात्मा गांधी अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डा. प्रवीण पंवार बताते हैं कि ये सर्वे इस पहाड़ी राज्य के लिए चिंता का विषय हो सकते हैं। इसका कारण फास्ट फूड और शारीरिक श्रम न करना है। उन्होंने बताया मोटापे से मधुमेह, हृदय रोग समेत कई बीमारियां हो सकती हैं।
मोटापा और ज्यादा वजन में क्या है फर्क
विशेषज्ञों के अनुसार मोटापा और ज्यादा वजन में फर्क होता है। मानकों के अनुसार जिनका बीएमआई (बॉडी मॉस इंडिक्स) 25 से ज्यादा होता है, वे ओवर वेट या ज्यादा वजन की श्रेणी में आते हैं। वहीं मोटापे के शिकार लोगों का बीएमआई तीस से ऊपर होता है।
साभार लाइव हिंदुस्तान डॉटकॉम