
माइग्रेन का वैसे तो कोई एक ठोस इलाज नहीं है, हालांकि इससे बचाव और लक्षणों को कम करने के लिए कुछ उपायों को प्रयोग में लाया जाता रहा है।माइग्रेन के दर्द की तीव्रता अलग अलग चीजों से ट्रिगर हो सकती है, इसलिए इस दर्द का सही मैनेजमेंट होना सबसे ज्यादा जरूरी है।


ठंडी सेकाई जहां मांसपेशियों को सुन्न करके दर्द में राहत देगी वहीं गर्म सेकाई से तनावपूर्ण मांसपेशियों को राहत मिलेगी और दर्द कम हो जाएगा। गर्म पानी से स्नान भी इस समय राहत देने का काम कर सकता है।

कई बार कैफीनयुक्त पदार्थ सिरदर्द की शुरुआती अवस्था में राहत देने का काम कर सकते हैं। थोड़ी सी मात्रा में कैफीनयुक्त पदार्थों का सेवन एस्पिरिन या अन्य दर्दनिवारकों के असर को बढाने में भी सहायक हो सकता है। लेकिन इसमें शुगर कम से कम हो यह ध्यान रखें। अधिक मात्रा में भी कैफीनयुक्त पदार्थों का सेवन न करें।
- तेज लाइट या आवाज माइग्रेन को ट्रिगर कर सकती है, ऐसे में माइग्रेन के दर्द का अनुभव होते ही तुंरत किसी अंधेरे और शांत कमरे में चले जाएं।
- अच्छी नींद आपके लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती है।
- मोबाइल, लैपटॉप जैसे सभी गैजेट्स से दूरी बना लेने से आपको राहत मिल सकती है।
- अपनी दवाइयों को लेकर डॉक्टर से सलाह लें। कई बार दर्दनिवारक या अन्य दवाओं में मौजूद तत्व भी नींद में बाधा बन सकते हैं।

माइग्रेन की समस्यास राहत दिलाने में नियमित व्यायाम आपके लिए मददगार हो सकता है। पैदल टहलने, गहरी सांस लेने वाले अभ्यास की आदत डालें। ब्रिस्क वॉक, स्वीमिंग, साइकिलिंग आदि की आदत भी आपके लिए फायदेमंद हो सकती है।
अपनी दिनचर्या को संतुलित रखें। काम चाहे घर का हो या दफ्तर का, जहां तनाव या दबाव की स्थितियां बनें तुरन्त उस जगह से हट जाएं और थोड़ी देर बाद उस स्थिति को सुलझाने का उपाय सोचें। जीवन का आनंद लें और सकारात्मक सोच के साथ स्वस्थ जीवन जिएं।