इस फूल को देखकर भाग जाते हैं भूत-प्रेत, रातोरात व्यक्ति बन जाता है धनवान
एक कमल ऐसा भी है कि आधी रात के बाद खिलता है। ब्रम्हकमल का अर्थ है ब्रम्हा का कमल। इसे मां नंदा का प्रिय पुष्प माना जाता है।
जब पांडव अज्ञातवास पर गए थे, तो द्रौपदी उनके साथ थी। द्रौपदी मानसिक रूप से बेहद अशांत थी क्योंकि वह कौरवों द्वारा मिले अपमान के आघात से अत्यंत दु:खी थी। घने जंगल के कष्टों से वह और भी परेशान थी। इसी दौरान एक संध्या को उन्होंने झरने के पानी में एक सुंदर सुनहरा कमल बहते देखा।
द्रौपदी के सामने ही वह कमल खिल गया। इसे देख कर द्रौपदी बहुत प्रसन्न हुईं। यह प्रसन्नता अलौकिक थी, परंतु क्षणिक ही थी। अचानक कमल जैसे खिला था, वैसे ही मुरझा भी गया। यह एक संकेत था कि द्रौपदी के दु:खों का यहीं अंत नही था। इस कहानी से इस कमल को रहस्यमय कहा जा सकता है जो भविष्य का संकेत देता है।
इससे बुरी आत्माएं भी दूर भागती हैं। ये पुष्प केवल साल में एक बार ही एक रात के लिए खिलता है। आधी रात तक ये पूरा खिल जाता है और सुबह तक मुरझा जाता है। ब्रम्हकमल का जीवन सिर्फ से 5 से 6 माह ही होता है। धार्मिक मान्यता के चलते लोगों की इसमें खासी आस्था है।