इन कारणों से कोरोना भारत में नहीं दिखा पा रहा अपना विक्राल रूप
पूरा विश्व जहां कोरोना महामारी से जूझ रहा है, वहीं भारत भी इस वायरस से बहादुरी से लड़ाई कर रहा है। ये बात कई तथ्य उजागर भी करते हैं। कोरोना ने जिस रफ्तार से देश में बढ़ना शुरू किया था, अब वैसी तेज़ी कोरोना में नहीं बाकी बची है। ये मुमकिन हो पाया है भारत की सतर्कता और हिम्मत के कारण। इसी हिम्मत की तारीफ आज पूरा विश्व कर रहा है।
आइए जानते हैं कि भारत में आखिर क्यों कोरोना अपना विक्राल रूप नहीं दिखा पा रहा है —
– भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक देश में कोरोना के 80 फीसदी संक्रमित मरीज ठीक हो रहे हैं।
– केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रेस कांफ्रेन्स करके जानकारी दी है कि भारत में टेस्टिंग बढ़ाने के बावजूद भी कोरोना वायरस के केस बढ़ने में 40 फीसदी की कमी देखी जा रही है। ऐसे में यह साफ है कि ये वायरस भारत में आकर सुस्त पड़ गया है।
– भारत में प्रति 10 लाख लोगों में औसतन 0.3 लोगों की मौत हुई है, जबकि प्रति 10 लाख की आबादी पर फ्रांस में 263, इटली में 358 और स्पेन में कोरोना से 402 लोगों की मौतें हुई हैं।
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– कोरोना वायरस भी एक तरह का राइबो न्यूक्लिक एसिड ही है, लेकिन इसकी एंटीबॉडी भारतीयों के शरीर में पहले से ही मौजूद है। hsa-miR-27b के संपर्क में आने के बाद कोरोना वायरस के जीनोम में बदलाव आने लगता है, जिससे वो बेअसर हो जाता है।