सावधान : फेफड़े से पूरी बॉडी में किस तरह पैर पसारता कोरोना वायरस, जानिए
कोरोना वायरस से अभी तक 11,439 लोग संक्रमित हो चुके हैं जबकि 377 लोगों की मौत हो चुकी है। एक रिपोर्ट के मुताबिक कुछ वैज्ञानिकों और चिकित्सकों ने यह माना है कि कोरोना वायरस हर उम्र के लोगों के लिए खतरनाक होता है और इसका एक मुख्य कारण है अलग-अलग इंसान का इम्यून सिस्टम का कमजोर होना। अगर कोई भी व्यक्ति की क्षमता कमजोर है और वे व्यक्ति वायरस की चपेट में आता है तो वायरस फेफड़े के भीतर घुसकर अपना कुनबा बढ़ाता है।
धीरे-धीरे वायरस बढ़ने से फेफड़ों में सूजन आने लगती है। आपको बता दें कि जब भी वायरस शरीर में प्रवेश करता है तो इम्युन सिस्टम उससे लड़ता है। इसी प्रक्रिया में फेफड़ों की स्वस्थ कोशिकाएं खराब हो जाती है। इससे निमोनिया और सांस संबंधी तकलीफ हो जाती है और वायरस तेजी से हावी होता है।
एक बात और भी है कि वायरस आपके पूरे शरीर के कितने भीतर गया इससे भी हानि की आशंका और बढ़ जाती है। वायरस नाक और मुंह से भीतर जाता है। गले तक ही रूक जाए तो ऐसे व्यक्ति कुछ दिन के भीतर ठीक हो जाते हैं। सूखी खांसी और बुखार की तकलीफ घर पर ठीक हो जाती है।
वहीं वायरस जब श्वास नलिका से होते हुए सांस लेने में मदद करने वाले अंगों और फेफड़ों की कोशिकाओं में पहुंचता है तो स्थिति खराब होती है। इसमें व्यक्ति को सीने में दर्द, कफ और सांस लेने में तकलीफ होती है क्योंकि वायरस के कारण सांस लेने में इस्तेमाल होने वाले सभी अंगों में सूजन आ जाती है।
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