कोरोना वायरस के मरीजों के लिए खतरनाक साबित हो रही है अस्पताल की ये चीज़
कोरोना वायरस से पीड़ित लोगों के उपचार के लिए जहां वेंटिलेटर की व्यवस्था करने में लगे हुए है वहीं चिकित्सक वेंटिलेटर का इस्तेमाल करने से बच रहे क्योंकि उन्हें लगता है कि इससे मरीजों की मौत हो रही है।
चिकित्सकों का मानना है कि कुछ मरीजों को वेंटिलेटर नुकसान दे रहा है क्योंकि कुछ अस्पतालों में संक्रमण की वजह से बहुत मरीजों के मरने की घटनाएं सामने आई हैं।
जिनके फेफड़े काम करना बन्द कर देते है उन मरीजों को वेंटिलेटर पर रख कर, गले में एक ट्यूब डालकर उसे उसके जरिए ऑक्सीजन पहुंचाई जाती हैं। इस स्थिति में पहुंचकर बहुत मरीजों की मौत हो रही है।
विशेषज्ञों के अनुसार 40 से 50 प्रतिशत लोगों की मौत वेंटिलेटर पर होती है। लेकिन न्यू यॉर्क में 80 प्रतिशत या उससे भी अधिक लोगों की मौत वेंटिलेटर पर हो रही है।
मरीज के फेफड़े में छोटे से स्थान में उच्च दबाव से ऑक्सीजन डाली जाती है तो हो सकता है कि वेंटिलेटर मरीजों को नुकसान पहुंचा रहा हो।
चिकित्सक मरीजों को वेंटिलेटर पर रखने की जगह अन्य उपाय में लगे है। अमेरिकन लंग एसोसिएशन के चिकित्सा डॉक्टर अलबर्ट रिजो के अनुसार अमेरिका में अधिक मृत्यु हो रही है। ऐसी ही रिपोर्ट चीन और ब्रिटिश से आई है।
टोरंटो जनरल अस्पताल में विशेषज्ञ डॉ एडी फान के अनुसार सबसे जरूरी बात ये पता चली है कि वेंटिलेटर फेफड़ों की चोट को और बिगाड़ सकते है। कुछ मरीजों की हालत वेंटिलेटर बिगाड़ रहे है। इसलिए हमे इसे इस्तेमाल करने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए।
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