चीन ने इस तरह कोरोना पर पाया काबू, अपनाए ये तरीके
चीन के वुहान शहर से निकला कोरोना वायरस विश्व के 180 से अधिक देशों को अपनी चपेट में ले चुका है। इटली के हालात सबसे ज्यादा खराब हैं जहां हर दिन सैकड़ों लोग इस वायरस की चपेट में आकर दम तोड़ रहे हैं।
कोरोना वायरस पर पाया काबू
अब इस वायरस का अगला निशाना भारत और पाकिस्तान जैसे देश हैं जहां कोरोना वायरस के केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं। हालांकि आपको जानकर हैरानी होगी कि चीन के जिस शहर से कोरोना वायरस के संक्रमण की शुरुआत हुई थी वहां अब कोई नया मामला नहीं आया है। इससे पता चलता है कि चीन ने इस वायरस पर कण्ट्रोल कर लिया है लेकिन उसने ये किया कैसे। शुरुआत में चीन इस वायरस के असर का पता नहीं लगा पाया था लेकिन बाद में चीन ने न सिर्फ इसकी भयानकता को समझा बल्कि इस पर नियंत्रण भी पा लिया।
लॉक डाउन और सेनिटाइजर का छिड़काव
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सबसे पहले चीन ने घरों से बाहर निकलने वाले लोगों पर पाबंदी लगाई और लॉक डाउन कर दिया। इस दौरान सभी ऑफिस से लेकर स्कूल, कॉलेजों आदि को बंद कर दिया गया। इसके बाद संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सेनिटाइजर का छिड़काव हर जगह किया गया। जो लोग इसके खिलाफ अपवाहें उड़ा रहे थे उन पर भी कार्रवाही की गई।
तीन रंगों के कोड का इस्तेमाल
स्वास्थ्य कोड नाम की प्रणाली तैयार की गई इसमें लाल पीले और हरे रंग तीन रंगों के कोड का इस्तेमाल किया गया। लोगों को उनकी यात्रा रिकॉर्ड के मुताबिक रंगों के कोड दिए इसी आधार पर उनका इलाज किया गया।
11 दिनों में ही एक अस्पताल बना दिया
स्वस्थ लोगों को बचाव के उपाय अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया गया कई शहरों में संक्रमित हो की पहचान बताने वालों को इनाम भी दिया गया। बीमारी की गंभीरता को देखते हुए चीन ने 11 दिनों में ही एक अस्पताल बना कर भी खड़ा कर दिया था जिससे कि मरीजों को बेड और स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी ना हो।
रोबोट्स का इस्तेमाल
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए चीन ने 550 नेशनल व स्टेट हाईवे के साथ ही काउंटी और टाउनशिप सड़कों पर को पूरी तरह बंद कर दिया देश के 12000 से ज्यादा हाईवे प्रभावित इलाकों से अलग-थलग कर दिए गए थे। इस से संक्रमित लोगों तक दवाइयां और खाना पहुंचाने के लिए रोबोट्स का इस्तेमाल किया गया।