ये है भारत रत्न पाने वाला एकमात्र पाकिस्तानी नागरिक, खबर पढ़कर आप भी सिर झुका देंगे
भारतरत्न का सम्मान देश के लिए अप्रतिम योगदान देने वालों को दिया जाता है। ज्यादातर मौकों पर यह किसी भारतीय नागरिक को ही दिया जाता है लेकिन चुनिंदा मौके ऐसे भी आए, जब यह किसी विदेशी नागरिक को भी दिया गया है।
आज हम आपको एक पाकिस्तानी नागरिक के बारे में बताएंगे जिसे भारत रत्न का इनाम मिला था।हम बात कर रहे हैं सीमांत गांधी के नाम से प्रसिद्ध खान अब्दुल गफ़्फ़ार खान की। इनका जन्म 1988 में पेशावर शहर में हुआ।देश की आजादी में बापू के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़े।
अंग्रेजों के हर जुल्म सितम को हंस कर सहा और कई मर्तबा जेल भी गए।जब मुस्लिम लीग ने अलग पाकिस्तान की मांग की तो गफ़्फ़ार खान ने इसका पुरजोर विरोध किया। उन्होंने हिन्दू मुस्लिम एकता कायम करने के लिए सँस्कृत और उर्दू भाषा का साथ साथ प्रचार किया।
बंटवारे के बाद वो पाकिस्तान चले गए और वहां रहकर पाक सरकार की गलत नीतियों की जमकर आलोचना करने लगे।वो पाकिस्तान के अल्पसंख्यक समुदायों के लिए आवाज उठाते थे।
साल 1970 में वो भारत आये और पूरे भारत का भ्रमण किया।साल 1987 में राजीव गांधी की सरकार ने उन्हें भारत का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न दिया।1988 में पाकिस्तान सरकार ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और गिरफ्तारी के दौरान ही 20 जनवरी 1988 को उनका निधन हो गया।
अब्दुल गफ़्फ़ार को लोग बन्ने खां के नाम से भी जानते थे।उनके समाज और देश को दिए गए योगदान के प्रति हर भारतीय उन्हें नमन करता है।