पिछले वर्ष भारत सरकार ने 800 से अधिक xxx ( पोर्न) वेबसाइट को बंद कर दिया है, जो भारत में एक्स फिल्में प्रदर्शित करती हैं। बहुत से लोग सरकार के लिए गए फैसले का स्वागत कर रहे हैं, तो वहीं कुछ लोगों को सरकार द्वारा लिया गया फैसला पसंद नहीं आ रहा है।
लोगों के अनुसार एक्स फिल्में देखना उनके लिए एक आम दृश्य की ही तरह है, लेकिन फिर भी बहुत से लोगों के मन में यह सवाल जरूर उठ रहा है कि एक्स फिल्में देखना शरीर के लिए अच्छा है या बुरा। आइए जानते हैं क्या है असलियत …
मस्तिष्क में सिकुड़न
एक रिसर्च के अनुसार, जो लोग ज्यादा एक्स फिल्में देखते हैं, उनका दिमाग धीरे-धीरे सिकुड़ने लगता है। अगर किसी व्यक्ति के दिमाग का स्ट्रेटम छोटा है तो उसे गंभीर नुकसान भी हो सकता है। इससे जान का भी खतरा रहता है।
मन में असंतुष्टि होना
ऐसी फिल्मों को जानबूझकर ज्यादा भड़काऊ और आर्कषक बनाया जाता है और जिसकी नक़ल कर पाना आम आदमी के बस की बात नही होती है, जिससे व्यक्ति के मन में असंतुष्टि कि भावना बनने लगती है।
चिड़चिड़ापन
जब कोई व्यक्ति बहुत ज्यादा एक्स फिल्में देखता है तो वह हमेशा तनाव में रहता है। ऐसा व्यक्ति गुस्सा भी बहुत जल्दी होता है और ज्यादा गुस्सा होने पर ऐसा व्यक्ति हिंसक भी हो सकता है। अगर आप भी ऐसी किसी समस्या से जूझ रहे है तो उस स्तिथि में मेडिटेशन करना सबसे बेहतर माना जाता है।