Uncategorized
आखिर क्यों किन्नरों की शव यात्रा दिन में नहीं, बल्कि रात में गुप्त तरह से निकाली जाती है?
दुनिया में जब भी किसी की मौत होती है तो उनके धर्म अनुसार उसके मृत शरीर का अंतिम संस्कार किया जाता है। किसी के छोड़ जाने का दुख भी होता है, इसलिए लोग रोते भी हैं। आज हम आपको एक ऐसे समुदाय के बारे में बताएंगे जिसकी मौत के बाद लोग खुशियां मनाते हैं। यह कोई और नहीं बल्कि किन्नरों का समुदाय है।
बता दें कि जब किसी किन्नर की मौत होती है, तो उसका अंतिम संस्कार बहुत ही गुप्त रूप से किया जाता है। किसी अन्य समुदाय को नहीं दिखाया जाता, जिससे वो अगले जनम में फिर इस रूप में पैदा न हो। इनकी शव यात्रा रात के समय निकाली जाती है।
बता दें कि जब किसी किन्नर की मौत होती है, तो उसका अंतिम संस्कार बहुत ही गुप्त रूप से किया जाता है। किसी अन्य समुदाय को नहीं दिखाया जाता, जिससे वो अगले जनम में फिर इस रूप में पैदा न हो। इनकी शव यात्रा रात के समय निकाली जाती है।
किन्नरों के अंतिम संस्कार से पहले उसे जूते चप्पलों से पीटा जाता है। लोग खुशियां मनाते हैं, क्योंकी उनका मानना है कि मरने के बाद उन्हे इस नर्क रूपी जीवन से छुटकारा मिल जाता है। साथ ही इन्हें जलाया नहीं बल्कि दफनाया जाता है।