पीडिएट्रिक यूरोलोजी सम्मेलन में जुटे 20 देशों के विशेषज्ञ
नई दिल्ली, 15 दिसम्बर (आईएएनएस)| इन्द्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल्स ने एशिया पेसिफिक एसोसिएशन ऑफ पीडिएट्रिक यूरोलोजिस्ट्स की 20वीं सालाना बैठक पर तीन दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया। भारत में पहली बार आयोजित किए जा रहे इस सम्मेलन की शुरुआत शुक्रवार को हुई। सम्मेलन का आयोजन अपोलो इन्सटीट्यूट ऑफ पीडिएट्रिक साइन्सेज द्वारा किया गया जिसमें 20 से अधिक देशों (यूएस, यूके, सार्क देशों एवं एशिया-पेसिफिक देशों से 320 से अधिक प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम के दौरान पीडिएट्रिक यूरोलोजी के क्षेत्र में हुए नए विकास कार्यो पर प्रेजेन्टेशन्स दी गईं तथा विस्तार से चर्चा की गई।
प्रतिनिधियों ने उपचार की नई तकनीकों पर चर्चा की, अनूठी केस स्टडीज और चिकित्सकीय दस्तावेज पेश किए। इसे मौके पर आयोजित एक विशेष सत्र के दौरान विशेषज्ञों ने दर्शकों के साथ 100 से ज्यादा मामलों का मूल्यांकन किया, जिनका लम्बे समय से फॉलो-अप चल रहा है।
प्रतिनिधियों को आधुनिक रोबोटिक प्लेटफॉर्म दा विंसी जी एवं लैप्रोस्कोपिक सिमुलेटर के बारे में जानने और इसे अनुभव करने का मौका मिला। मौजूदा परिवेश में पीडिएट्रिक रोबोटिक सर्जरी से जुड़े मिथकों एवं तथ्यों पर प्री-कॉन्फ्रेंन्स सीएमई का आयोजन भी किया गया।
इन्द्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल्स के डायरेक्टर-पीडिएट्रिक साइन्सेज एवं एपीएपीयू के आयोजक चेयरमैन डॉ. सुजीत चैधरी ने कहा, “सम्मेलन के दौरान पीडिएट्रिक यूरोलोजी पर थ्योरी एवं प्रेक्टिकल एक्सरसाज की गई। सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले प्रतिभागियों को चिकित्सा की आधुनिक तकनीकों के बारे में जानने का मौका मिला, जो उनके मरीजों की बेहतर देखभाल कर इलाज के बेहतर परिणाम दे सकती हैं। एक बार फिर से अपोलो हॉस्पिटल्स ने पीडिएट्रिक उपचार की आधुनिक तकनीकों में अग्रणी भूमिका निभाई है।”
अगले दिनों के दौरान पीडिएट्रिक यूरोलोजी से जुड़े विभिन्न विषयों जैसे ब्लैडर एक्सट्रोफी, पीडिएट्रिक रीनल ट्रांसप्लान्ट, वेसिको-यूरेटेरिक जंक्शन ऑब्स्ट्रक्शन, वेसीकोरेटेरल रिफलम्क्स, यूरेटेरोसेले आदि पर विस्तृत सत्रों का आयोजन किया जाएगा।