शिशुओं को स्तनपान कराने के लिए स्थान की सुविधा वाले दो शौचालयों का निर्माण नई दिल्ली क्षेत्र में किया गया है। नई दिल्ली नगर परिषद (एनडीएमसी) ने सोमवार को दिल्ली उच्च न्यायलय को दी गई सूचना में कहा है कि उसने स्तनपान की सुविधाओं वाले दो शौचालयों का निर्माण किया है।
एनडीएमसी ने मुख्य न्यायाधीश राजेंद्र मेनन और न्यायमूर्ति वी. कामेश्वर राव की पीठ को इसकी जानकारी दी। इन शौचालयों में से एक का निर्माण संसद मार्ग पर और दूसरे शौचालय का निर्माण कनॉट प्लेस में किया गया है।
उल्लेखनीय है कि मुख्य न्यायाधीश मेनन और न्यायमूर्ति राव की पीठ नौ माह की शिशु अवयान की मां नेहा रस्तोगी और वकील अनिमेश रस्तोगी की अपील की सुनवाई कर रही थी, जिसमें देश में माताओं के लिए स्तनपान कराने के लिए पर्याप्त सुविधाएं प्रदान करने में अदालत के हस्तक्षेप की मांग की गई थी। इस मामले को आगे की सुनवाई 13 फरवरी, 2019 को होगी।
एनडीएमसी ने अदालत से कहा कि वह इस सामाजिक मसले का समर्थन करती है और इसके संदर्भ में उनके विभाग ने सर्वेक्षण किए और पार्क, बस स्टैंड और सामुदायिक हॉल जैसे सार्वजनिक स्थानों पर शिशु आहार सुविधा प्रदान करने की व्यवहार्यता आकलन के मामले पर चर्चा भी की।
याचिकाकर्ता ने कहा, “सार्वजनिक स्थानों पर स्तनपान सुविधाओं की कमी के कारण महिला अधिकार प्रभावित हो रहे हैं। बड़े पैमाने पर महिलाओं का शोषण हो रहा है और सार्वजनिक रूप से उनका मजाक बनाया जा रहा है।”
उन्होंने कहा, “सार्वजनिक स्थानों पर स्तनपान एक चर्चा का मुद्दा बन जाता है, जब महिलाएं यात्रा के दौरान अपने शिशुओं को स्तनपान कराती हैं। युवा महिलाओं को सार्वजनिक रूप से बच्चों को स्तनपान कराने में अब भी असहजता महसूस होती है।”