अमृतसर ट्रेन हादसे में लोगों को बचाने के लिए रेल ड्राइवर ने किया था ये ज़रूरी काम
अमृतसर में दशहरे के दिन रावण को जलते देख रहे लोगों को एक ट्रेन ने कुचल दिया था, जिसमें 60 लोगों की मौत हो गई थी।लेकिन क्या आप जानते हैं कि उस दिन ट्रेन चला रहे ड्राईवर ने लोगों को बचाने के लिए कुछ ज़रूरी उपाय भी किए थे, लेकिन अफसोस कि वो लोगों को बचाने में नाकाम रहा।
ड्राइवर ने लगाया था इमरजेंसी ब्रेक –
जब यह हादसा हुआ तो ड्राईवर ने उसे में इमरजेंसी ब्रेक लगाए, लेकिन फिर भी गाड़ी नहीं रुकी अचानक ट्रेन की स्पीड इतनी ज़्यादा हो गई कि चालक का ये उपाय भी काम नहीं आ सका।
रास्ता खाली कराने के लिए किया है तेज़ हेड लाइट और हॉर्न का प्रयोग –
जब ट्रेन घटना स्थल से पहले कुछ दूरी पर थी तब ड्राईवर ने लोगों को बचाने के लिए ट्रेन की लाइटें भी तेज़ी से चमकाई ताकी लोग रास्ता खाली कर दें। इसके अलावा उसने हॉर्न का भी लगातार प्रयोग किया, लेकिन जलते हुए रावण व भीड़ की आवाज़ ने ड्राईवर की यह कोशिश बेकार कर दी।
जांच टीम को सौंपे ज़रूरी उपकरण –
जैसे कि हवाई जहाज में ब्लैक बॉक्स सुविधा होती है, इस बॉक्स में हादसे के दौरान सारी जानकारी आ जाती है, वैसे ही ट्रेन में भी एक आधुनिक उपकरण होता है, जो ट्रेन की पूरी यात्रा की जानकारी रखता है। हादसे के बाद ट्रेन के ड्राईवर ने सभी ज़रूरी उपकरण जांच कर रही टीम को दिखाए।