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उत्तराखंड में मादक पदार्थों की रोकथाम के लिए बनेगी कमेटी

शैक्षिक संस्थाओं में होने वाली अध्यापक अभिभावक बैठकों में मादक पदार्थों के सेवन से बचने की जानकारी दी जाएगी

उत्तराखंड में मादक पदार्थों के रोकथाम के लिए एक समिति बनाई जाएगी। इस समिति में पुलिस, समाज कल्याण, स्वास्थ्य, शिक्षा, सूचना के अधिकारी नामित किए जाएंगे।

इस समिति के सुझाव पर मादक पदार्थों की रोकथाम के लिए कारगर रणनीति बनाई जाएगी। इस सिलसिले में मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने बैठक कर मादक पदार्थों की रोकथाम के लिए अभियान चलाने के निर्देश दिए।

मुख्य सचिव ने रोकथाम के लिए जन जागरूकता पर फोकस करने के लिए कहा। इसके साथ ही प्रवर्तन और पुनर्वास पर बल दिया। उन्होंने कहा कि राज्य में चल रहे नशा मुक्ति केंद्रों की निगरानी के लिए नोडल अधिकारी नामित किए जाए। शैक्षिक संस्थाओं में होने वाली अध्यापक अभिभावक बैठकों में मादक पदार्थों के सेवन से बचने की जानकारी दी जाए। अध्यापक और अभिभावक बच्चे के व्यवहार में आ रहे परिवर्तन पर निगरानी रखें।

डीजीपी अनिल रतूड़ी ने बताया,” प्रभावी प्रवर्तन की वजह से इस साल मादक पदार्थों के इस्तेमाल पर काफी रोक लगी है। एसएसपी एसटीएफ की देखरेख में राज्य स्तरीय ड्रग टास्क फोर्स का गठन किया गया है। ज़िलों में भी एसओजी को यह जिम्मेदारी दी गई है। मादक पदार्थों के इस्तेमाल, क्रय, विक्रय की सूचना हेल्प लाइन नम्बर 9412029536 पर दी जा सकती है। सभी शैक्षिक संस्थाओं में एन्टी ड्रग कमेटी गठित करने के लिए कहा गया है।”

बैठक में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव गृह आनंद बर्धन, एडीजी अशोक कुमार, अपर सचिव स्वास्थ्य अरुणेंद्र चौहान सहित दूसरे अधिकारी मौजूद थे।

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