उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में एक बोर्डिंग स्कूल में 10वीं कक्षा की छात्रा ने आरोप लगाया है कि उसके वरिष्ठ छात्रों ने अगस्त में उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था।
छात्रा द्वारा स्कूल प्रधानाचार्य और दो अन्य अधिकारियों पर मामला दबाने का आरोप लगाने के बाद पुलिस ने इन तीनों अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार होने वाले दो अन्य अधिकारी प्रशासक और हॉस्टल वार्डन हैं।स्कूल के चार छात्रों को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। महिला छात्रावास में अपनी बड़ी बहन के साथ रहने वाली पीड़िता ने आरोप लगाया कि दुष्कर्म के बाद ठहरे गर्भ को गिराने के लिए स्कूल प्रशासन ने उसके पेय में दवा मिलाने की कोशिश की थी।
पीड़िता (16) ने कहा है कि स्वतंत्रता दिवस की शाम को 15 अगस्त के कार्यक्रम की तैयारी के बहाने कॉलेज के चार वरिष्ठ छात्रों ने उसका यौन शोषण किया। पुलिस ने कहा कि पीड़िता ने अपनी बहन से इसकी शिकायत करने के बाद यह मामला खुला।
एक अधिकारी ने कहा कि स्कूल प्रशासन पर इस मामले को दबाने का आरोप लगा है, पहले लड़की से इस मामले को आगे नहीं ले जाने के लिए कहा और उसके बाद उसका गर्भपात करने के लिए उसके पेय में दवाई मिलाकर दी।
पीड़िता ने अपना बयान एसडीएम के सामने उत्तराखंड सरकार के बाल कल्याण विभाग के अधिकारियों की उपस्थिति में दर्ज कराया है। पीड़िता ने इंटरमीडिएट के उन चार छात्रों के नाम बताएं हैं जिन पर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप है।
( इनपुट – IANS/ एडिट- Liveuttarakhand Desk)