‘हमें गांधीजी के विचारों की गहराई को समझने का प्रयास करना होगा’
गांधी देश के नैतिक पथ-प्रदर्शक रहे हैं, आज भी हैं, और आगे भी रहेंगे - कोविंद
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि महात्मा गांधी देश के नैतिक पथ-प्रदर्शक रहे हैं, आज भी हैं, और आगे भी रहेंगे।
उन्होंने अपने संदेश मे कहा कि स्वाधीनता दिवस का हमेशा ही विशेष महत्व होता है, लेकिन इस बार एक खास बात यह है कि कुछ ही सप्ताह बाद दो अक्टूबर से महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के समारोह शुरू हो जाएंगे।
#PresidentKovind paid tributes at Amar Jawan Jyoti this morning #IndependenceDayIndia pic.twitter.com/uY0mEXqPZo
— President of India (@rashtrapatibhvn) August 15, 2018
राष्ट्रपति ने आगे कहा कि गांधीजी ने केवल हमारे स्वाधीनता संग्राम का नेतृत्व ही नहीं किया, बल्कि वह हमारे नैतिक पथ-प्रदर्शक भी थे और सदैव रहेंगे। भारत के राष्ट्रपति के रूप में मुझे अफ्रीका के देशों की यात्रा करने का सुअवसर प्राप्त हुआ। विश्व में, हर जगह, जहां-जहां पर मैं गया, सम्पूर्ण मानवता के आदर्श के रूप में गांधीजी को सम्मान के साथ स्मरण किया जाता है।
” हमें गांधीजी के विचारों की गहराई को समझने का प्रयास करना होगा। उन्हें राजनीति और स्वाधीनता की सीमित परिभाषाएं मंजूर नहीं थीं। जब गांधीजी और उनकी पत्नी कस्तूरबा चंपारण में नील की खेती करने वाले किसानों के आंदोलन के सिलसिले में बिहार गए तो वहां उन्होंने काफी समय लोगों, विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों को स्वच्छता और स्वास्थ्य की शिक्षा देने में लगाया।” राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आगे कहा।