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ऑक्‍सफोर्ड ग्रेजुएट की ये कैसी मजबूरी कि सड़कों पर बिताते हैं जिंदगी

नई दिल्ली। सड़कों पर बड़ा वक्‍त गुजारने वाले लोगों की जिंदगियों में कहानियां छुपी होती हैं। उनके साथ बैठकर बात करने पर परत दर परत कहानियां सामने आने लग जाएंगी।

कुछ ऐसा ही दिलचस्‍प लेकिन दुखद किस्सा है दिल्ली के रेलवे स्टेशन के पास बैठने वाले एक शख्स का। ये शख्‍स दुनिया की प्रतिष्ठित युनिवर्सिटी में शुमार ऑक्सफोर्ड युनिवर्सिटी से पढ़ चुका है, लेकिन अपने औलाद की बेरूखी की वजह से आज सड़कों
पर है।

76 वर्षीय सिख राजा सिंह फूल की कहानी भावुक कर देने वाली है। 1964 बैच के स्टूडेंट रहे राजा फूल सिंह डिग्री पाने के बाद ही वहां नौकरी करने लग गए, लेकिन उनके भाई ने उन्हें विदेश से वापस भारत बुला लिया।

फूल सिंह और उनके भाई ने मिलकर कई बिजनेस में हाथ आजमाएं, लेकिन उनके भाई की शराब की लत की वजह से कभी कामयाबी उनके कदम नहीं चूम सकी।

फेसबुक पर शेयर की जा रही पोस्ट के मुतबाकि उन्होंने दिन–रात विदेश में काम किया और अपने बच्चों को विदेश में पढ़ने के लायक भी बनाया। बच्चों ने विदेश में अपना मुकाम तो हासिल कर लिया, लेकिन अपने पिता की सुध लेने कभी इस देश नहीं लौटे। हालात से मजबूर फूल सिंह दिल्ली रेलवे स्टेशन पर सोते हैं।

सुबह तैयार होने के लिए वे कनॉट प्लेस पर बने सार्वजनिक शौचालयों का इस्तेमाल करते हैं। उनके पास एक छोटा सा कांच है, जिसके सहारे वे अपनी पगड़ी बांधते हैं। इसके बाद वह वीजा सेंटर जाकर लोगों की मदद करते हैं। इस एवज में लोग उन्हें पैसे देते हैं। हालांकि फूल सिंह का कहना है कि वो ये काम पैसों के लिए बिल्कुल नहीं करते।

फूल सिंह का कहना है कि वह आत्मसम्मान के साथ समझौता नहीं करते और न ही उन्होंने कभी भीख मांगी। फेसबुक की इस पोस्ट के बाद लोगों ने उनकी मदद को हाथ बढ़ाए हैं। बताया जा रहा है कि उनको दिल्ली के किसी वृद्धाश्रम में भेज दिया गया है।

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