‘आईएस आतंकवादी 15 साल से नीचे की कमसिन लड़कियों से ही करते हैं शादी’
सीरिया के रक्का में करीब चार दशकों से दाई का काम कर रही महिला ने आईएस आतंकियों को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। दाई समीरा अल-नस्र ने बताया कि वहां उन्होंने हजारों बच्चों की डिलिवरी कराई, लेकिन पिछले दो सालों में यहां के हालात बहुत बदल चुके हैं।
उन्होंने कहा कि यहां आतंकवादी बच्चे के पैदा होते ही उसे आईएस की वर्दी पहना देते हैं। अल-नस्र ने बताया कि हाल के दिनों में तुर्की के इस्लामिक लड़ाके के यहां एक बच्चा हुआ। जन्म के बाद बच्चे को तुरंत आतंकवादियों वाली ड्रेस पहनाई गई। इस दौरान उस बच्चे का पिता गर्व करते हुए कहता है कि उसका बच्चा भी इस्लामिक लड़ाका बनेगा।
अल-नस्र कहती हैं कि मैंने उसे राय देते हुए मना किया था क्योंकि बच्चे की नाजुक त्वचा के लिए इतनी मोटी ड्रेस नुकसानदेह होगी, लेकिन वो नहीं माना।
नस्र उन लाखों पीड़ितों में से एक हैं जो आतंकवादियों के कब्जे वाले इराक और सीरिया में रही हैं। इस्लामिक लड़ाकों की अनगिनत पत्नियों की डिलिवरी कराने वाली नस्र (66) आगे कहती हैं कि आईएस आतंकवादियों को 15 साल से ज्यादा उम्र की लड़कियां नहीं सुहाती और वे उन्हें बीवी भी नहीं बनाते।
नस्र ने कहा, “मैंने कई बार आतंकवादियों का विरोध करने और वहां से भागने की कोशिश की, लेकिन ऐसा नहीं कर सकी। यहां पकड़े जाने पर हमेशा के लिए जेल या बीच चौराहे पर कत्ल कर मौत तक की सजा दी जाती है। उन्होंने मेरे रिटायर्ड अरबी टीचर को भी जेल में डाल रखा है।”
नस्र कहती हैं कि रक्का में ये आतंकवादी 13 साल से कम और 15 साल से अधिक उम्र की लड़कियों को अपनी बीवी नहीं बनाते। आईएस लड़ाकों के बारे में नस्र कहती हैं कि वो इंसान नहीं हैं। वो तो अलग ही तरह के प्राणी हैं।