गोवा के पहले अंग प्रत्यारोपण की जांच के आदेश
पणजी, 10 अप्रैल (आईएएनएस)| गोवा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को राज्य के प्रथम अंग संरक्षण एवं प्रत्यारोपण की जांच के आदेश दिए हैं। मंत्रालय ने यह आदेश गोवा के एक 60 वर्षीय मरीज के गुर्दा व यकृत को मुंबई ले जाने और महानगर के दो अस्पतालों में भर्ती दो लोगों में उसे प्रत्यारोपित किए जाने के पांच दिन बाद दिए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने चिकित्सकों की शिकायत के बाद मंगलवार को जांच के आदेश दिए। चिकित्सकों ने अपनी शिकायत में दावा किया है कि राज्य में मरीजों के लिए अंग की जरूरत थी, जिन्हें अंग प्रत्यारोपण के लिए पहली प्राथमिकता मिलनी चाहिए थी। अंग दाता की मस्तिष्काघात से मौत हुई थी।
गोवा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के डीन प्रदीक नाईक द्वारा हस्ताक्षरित जांच नोट में लिखा गया है, इस संस्थान के आपातकालीन चिकित्सा विभाग के सहायक प्रवक्ता डॉ. महेश पांचे को शहर से बाहर नहीं जाने और राज्य से बाहर कही भी या किसी भी प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए नहीं जाने का निर्देश देते हैं। डॉ. महेश जांच पूरी होने तक अपनी मौजूदगी बनाए रखेंगे। इसका सख्ती से पालन हो।
पांचे को राज्य संचालित अस्पताल में आपातकालीन विभाग से संलग्न किया गया है। पांचे शुक्रवार को मृत मरीज के अंग संरक्षण में शामिल थे। वह अंग संरक्षण के समन्वयक के तौर पर सेवा दे रहे हैं।