IANS

रूस, सीरिया का रासायनिक हमले की जांच का आह्वान

संयुक्त राष्ट्र, 10 अप्रैल (आईएएनएस)| रूस और सीरिया ने विद्रोहियों के कब्जे वाले डौमा शहर में कथित रासायनिक हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खामियाजा भुगतने के बयान के बाद इस मामले की जांच का आह्वान किया है।

ट्रंप ने रासायनिक हमलों पर प्रतिक्रिया देते हुए इसकी बड़ी कीमत चुकाने की बात कही थी।

रूस के स्थाई प्रतिनिधि वासिली नेबेनजिया ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक में डौमा में रासायनिक हमलों के इस्तेमाल से इनकार करते हुए कहा कि सीरिया प्रशासन और रूसी सेना रासायनिक हथियार निषेध संगठन (ओपीसीडब्ल्यू) के विशेषज्ञों को क्षेत्र का दौरा करने के लिए तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे।

रिपोर्टों के मुताबिक, निरस्त्रीकरण मामलों के लिए संयुक्त राष्ट्र उच्च प्रतिनिधि के डिप्टी थॉमस मार्कराम ने परिषद को बताया कि डौमा में शनिवार को हुए रासायनिक हमले में कम से कम 49 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 500 घायल हो गए थे।

परिषद में अमेरिका की स्थाई प्रतिनिधि निकी हेली के साथ टकराव के दौरान हेली ने कहा कि रूसी सरकार के हाथ सीरियाई बच्चों के खून में सने हैं।

उन्होंने चेताते हुए कहा कि यदि इस मामले में परिषद कुछ नहीं करेगा तो वह अमेरिका जरूर कुछ करेगा।

ट्रंप ने सोमवार रात अपने नवनियुक्त राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन समेत रक्षा अधिकारियों से मुलाकात की थी।

इसके पहले ट्रंप ने कहा कि वह इस बर्बर कृत्य का सैन्य जवाब देने के लिए 48 घंटों के भीतर फैसला करेंगे।

ट्रंप ने सोमवार तड़के संवाददाताओं को बताया था, यदि इसमें रूस का हाथ है, यदि सीरिया का हाथ है, यदि ईरान का हाथ है या इन सभी ने एकजुट होकर इसे अंजाम दिया है तो हम इसका पता लगा लेंगे और हम इसका जवाब जल्द ही ढूंढ लेंगे।

हेली ने कहा कि इन हमलों के लिए जिम्मेदार लोग हैवान हैं। हेली ने कहा, हमें असद शासन द्वारा की गई तबाही की इस गतिविधि में रूस और ईरान की भूमिका को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

रूस और पश्चिमी देशों के बीच बढ़ा तनाव शीतयुद्ध तक पहुंच गया है। नेबेनजिया ने पश्चिमी देशों को बताया, हम आपसे दोस्ती की भीख नहीं मांग रहे हैं।

उन्होंने हेली के आरोपों पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा

परिषद में ब्रिटेन के स्थाई प्रतिनिधि केरन पीयर्स ने कहा कि आज की यह स्थिति शीतयुद्ध के दौरान की तुलना में अत्यधिक खराब है क्योंकि उस समय रासायनिक हथियारों के सार्वभौमिक निषेध का उल्लंघन नहीं होता था।

नेबेनजनिया ने कहा कि सरकार विरोधी ताकतों के पास रासायनिक हथियार हैं और वे यह हमला कर सकते हैं।

परिषद में फ्रांस के स्थाई प्रतिनिधि फ्रांसिस डेलाट्रे ने कहा कि सिर्फ सीरिया सरकार और उनके साथी ही रासायनिक हथियारों को तैयार करने सक्षम हैं और इसमें कोई संदेह नहीं है कि इस हमले को किसने अंजाम दिया।

महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन डुजारेक ने संवाददाताओं को बताया, संयुक्त राष्ट्र इन रिपोर्टों की पुष्टि करने की स्थिति में नहीं है। महासचिव ने कहा कि किसी भी तरह का रासायनिक हथियार का इस्तेमाल घृणित है और इसकी जांच होने की जरूरत है।

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