पाकिस्तान दौरे के बाद मलाला ब्रिटेन लौटीं
इस्लामाबाद, 2 अप्रैल (आईएएनएस)| नोबेल शांति पुरस्कार विजेता व शिक्षा कार्यकर्ता मलाला यूसुफजई अपनी चार दिवसीय पाकिस्तान यात्रा के बाद सोमवार को ब्रिटेन लौट गईं।
समाचार एजेंसी एफे से एक सुरक्षा सूत्र ने कहा कि मलाला (20) बेनजीर भुट्टो अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे से सुबह ब्रिटेन के लिए रवाना हुईं।
सूत्र ने कहा, हवाईअड्डे पर उनके पहुंचने से पहले सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी।
मलाला अपने परिवार के साथ 29 मार्च को पाकिस्तान पहुंची थीं। उनका पाकिस्तान सरकार के सदस्यों ने स्वागत किया था।
प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने मलाला से मुलाकात की और युवा कार्यकर्ता के सम्मान में सांसदों, राजनेताओं व राजनयिकों के साथ एक कार्यक्रम की मेजबानी की।
एक टेलीविजन भाषण के दौरान मलाला भावुक हो गई और उनकी आंखों से आंसू आ गए। अपने भाषण में मलाला ने कहा कि 2012 के बाद पहली बार अपने देश लौटना ‘एक सपने की तरह’ है।
साल 2012 में तालिबान ने महिला शिक्षा के पक्ष में आवाज उठाने पर मलाला को गोली मार दी थी।
मलाला ने दो दिनों बाद स्वात घाटी में अपने गृहनगर मिंगोरा का दौरा किया, जहां वह अपने घर गईं और एक सैन्य संस्थान में छात्रों से मुलाकात की।
सरकार के पूरे समर्थन के बावजूद उनकी मलाला को लेकर कड़ी आलोचना व प्रदर्शन भी किए गए। इसमें देश का एक मुख्य निजी स्कूल संघ भी शामिल रहा, जिसने ‘मैं मलाला नहीं हूं’ नारे के तहत शुक्रवार को प्रदर्शन का आयोजन किया।
तालिबान के हमले के बाद मलाला पाकिस्तान छोड़कर ब्रिटेन चली गईं, जहां वह तब से रह रही हैं।
मलाला ने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में भी नामांकन कराया है।
मलाला व उनके पिता जियाउद्दीन ने 2014 में मलाला फंड की स्थापना की। यह संस्थान लड़कियों की शिक्षा के सामाजिक व आर्थिक प्रभाव पर जागरूकता बढ़ाने का कार्य करता है।
मलाला को 2014 में भारत के बाल अधिकार कार्यकर्ता कैलाश सत्यार्थी के साथ नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया।