रायपुर, 31 मार्च (आईएएनएस/वीएनएस)। लोक सुराज से सफल सुशासन का सपना साकार हो रहा है। शनिवार को यह बात छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने ढाई महीने तक चले लोक सुराज के समापन के मौके पर कही।
उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा अभियान है, जिसमें किसानों, मजदूरोंए युवाओंए छात्र-छात्राओं और समाज के सभी वर्गों के बीच बैठकर उनकी आशाओं और अपेक्षाओं को समझकर प्रदेश के विकास और जन कल्याण के लिए योजनाओं को और भी अधिक बेहतर ढंग से संचालित करने में सरकार को काफी मदद मिलती है।
डॉ. रमन सिंह ने लोक सुराज अभियान में प्रदेश सरकार के मंत्रियों, संसदीय सचिवों, सभी विधायकों, सांसदों, त्रि-स्तरीय पंचायतों और शहरी निकायों के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों, समाचार पत्रों और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधियों से प्राप्त सहयोग की प्रशंसा करते हुए उन्हें भी दिया धन्यवाद दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अभियान में मुख्य सचिव और प्रभारी सचिवों सहित सभी विभागों के राज्यस्तरीय, जिला स्तरीय, तहसील और विकासखंड और ग्राम पंचायत स्तरीय अधिकारियों और कर्मचारियों का भी सराहनीय योगदान रहा। हर जिले में कलेक्टर और उनकी पूरी टीम ने अभियान को सफल बनाने में काफी मेहनत की।
यह अभियान तीन चरणों में आयोजित किया गया। पहला चरण 12 जनवरी से 14 जनवरी तक ग्राम पंचायतों और नगरीय निकायों में आवेदन संकलन के लिए था, जिसमें 30 लाख 10 हजार 715 आवेदन प्राप्त हुए। दूसरे चरण में संबंधित विभागों की ओर से 15 जनवरी से 11 मार्च तक इन आवेदन पत्रों का निराकरण किया गया। लगभग 99 प्रतिशत आवेदनों का निराकरण हो गया।
तीसरे चरण में 11 मार्च से 31 मार्च तक प्रदेशभर में एक हजार 811 समाधान शिविर लगाकर आवेदकों को उनके आवेदनों के निराकरण की जानकारी दी गई। इनमें से एक हजार 182 शिविर ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्येक 10 ग्राम पंचायतों के बीच आयोजित किए गए। शहरी क्षेत्रों में 629 समाधान शिविर वार्ड समूहों में आयोजित हुए।
समाधान शिविरों में लोगों को सरकार विभिन्न योजनाओं के तहत अनुदान और सामग्री आदि का भी वितरण किया गया। मुख्यमंत्री ने इस अभियान के तीसरे चरण में हेलीकाप्टर से सात गांवों का आकस्मिक दौरा किया और चौपालों में ग्रामीणों से मुलाकात की। इसके अलावा उन्होंने 25 समाधान शिविरों में भी आकस्मिक रूप से शामिल होकर गांवों के विकास के लिए कई घोषणाएं की।
डॉ. सिंह ने 12 जिला मुख्यालयों में सभी 27 जिलों के विकास कार्यो की संयुक्त समीक्षा बैठक ली। उन्होंने 11 मार्च से 31 मार्च के बीच हेलीकाप्टर से प्रदेशभर में लगभग सात हजार 119 किलोमीटर का दौरा किया।