सीबीएसई 10 वीं और 12 वीं के पेपर्स लीक मामले में दिल्ली पुलिस की ताबड़तोड़ छापेमारी
सीबीएसई बोर्ड के इकोनॉमिक्स और मैथ्स के पेपर लीक मामले में दिल्ली-एनसीआर में पुलिस की ताबड़तोड़ छापेमारी का दौर जारी है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पेपर लीक के कुछ घंटे के अंदर ही क्राइम ब्रांच ने दिल्ली-एनसीआर में 10 स्थानों पर छापेमारी कर डाली। क्राइम ब्रांच की जांच इस बात पर केंद्रित है कि पेपर कैसे लीक हुए। क्राइम ब्रांच कुछ बिंदुओं को लेकर जांच कर रही है।
- क्या सीबीएसई मुख्यालय से लीक हुआ है पेपर ? हालांकि, इसे लेकर अफसरों का कहना है कि ऐसा नामुमकिन सा लगता है।
- पेपर लीक परीक्षा केंद्र, सतर्कता दस्ता और स्कूल स्टाफ के जरिए हो सकता है।
- सीबीएसई के स्टाफ के साथ मिले हुए ट्यूटोरियल और कोचिंग केंद्रों से भी पेपर लीक हो सकता है।
बता दें कि प्रश्नपत्र लीक मामले के सिलसिले में क्राइम ब्रांच कई लोगों पर सवाल उठा रहा है। इसके लिए जांच शुरू कर दी गई है। दिल्ली पुलिस ने सीबीएसई कक्षा की 10वीं और 12वीं के प्रश्नपत्र लीक होने के सिलसिले में दो मामले दर्ज किए हैं। सूत्रों के मुताबिक जांच में ये बात सामने आई है कि एक पेपर के लिए आरोपित लोग 10 से 15 हजार रुपये वसूलते थे।
दिल्ली पुलिस ने कहा, “क्षेत्रीय निदेशक सीबीएसई की शिकायत पर आईपीसी की धारा 406, 420 और 120 बी के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल का गठन किया जा चुका है।
सीबीएसई बोर्ड के पेपर लीक हो जाने की वजह से देशभर के 19 लाख बच्चों पर असर पड़ा है। बता दें कि इस साल बोर्ड की परीक्षा में करीब 2,824,696 बच्चे शामिल हुए थे। एक हफ्ते में इन दो पेपरों की नई तारीख तय की जाएगी। बच्चों के ऊपर अब दोबारा परीक्षा का दबाव आ चुका है।
बता दें कि बोर्ड का पेपर व्हाट्सएप्प पर लीक हुआ था। पेपर लीक हो जाने के बाद छात्र और उनके माता-पिता तनाव में हैं। छात्र इस बात से डरे हैं कि दोबारा होने वाली परीक्षा का पेपर कितना मुश्किल होगा। क्या वह उस जोश के साथ परीक्षा दे पाएंगे जैसे अभी दी है। वहीं, कई छात्र पेपर लीक हो जाने की वजह से गुस्से में है। उनका कहना है कि सीबीएसई की गलती का खामियाजा हम क्यों भुगतें।
इसके साथ केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा है कि सीबीएसई ने पेपर लीक रोकने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। साथ ही बोर्ड अब परीक्षा के आयोजन में नया पैटर्न अपनाने की तैयारी कर रहा है। बता दें कि 12वीं इकनॉमिक्स की परीक्षा 27 मार्च और 10वीं गणित की परीक्षा 28 मार्च को हुई थी। इसके बाद पेपर लीक होने की खबर सामने आई है।
पेपर लीक की खबरों के बीच सीबीएसई ने 10वीं कक्षा की गणित और 12वीं कक्षा की अर्थशास्त्र की परीक्षा दोबारा कराने का फैसला किया है। सीबीएसई ने बताया है कि परीक्षा की नई तारीख की घोषणा एक सप्ताह के भीतर वेबसाइट पर कर दी जाएगी।
प्रकाश जावडेकर का कहना है कि सीबीएसई पेपर लीक रोकने को सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा, ‘इलेक्ट्रॉनिकली कोडेड पेपर एग्जामिनेशन केंद्रों को भेजा जाएगा। वहीं, परीक्षा से आधा घंटे पहले केंद्र को इलेक्ट्रॉनिक पेपर भेजा जाएगा। सीबीएसई का पेपर पासवर्ड प्रूफ होगा। सेंटर पर ही प्रिंट आउट निकालकर छात्रों को एग्जाम पेपर बांटा जाएगा।’