मप्र में टीवी पत्रकार को कुचले जाने पर आयोग का नोटिस
भोपाल, 27 मार्च (आईएएनएस)| मध्य प्रदेश के भिंड जिले में रेत माफिया और पुलिस के बीच सांठगांठ का स्टिंग ऑपरेशन के जरिए खुलासा करने वाले एक निजी समाचार चैनल के पत्रकार संदीप शर्मा की मौत के मामले पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने स्वत:संज्ञान लिया है। पत्रकार को ट्रक से कुचल दिए जाने के एक दिन बाद मंगलवार को सरकार और अफसरों को नोटिस भेजकर मामले का ब्यौरा मांगा है। वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की सिफारिश की है।
आयोग ने पत्रकार संदीप शर्मा की मौत के मामले पर सरकार, मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर चार सप्ताह में मामले का पूरा ब्यौरा मांगा है।
आयोग के नोटिस के अनुसार, भारतीय संविधान के अनुच्छेद 19 में हर व्यक्ति को अभिव्यक्ति का अधिकार दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पत्रकार शर्मा द्वारा एक स्टिंग ऑपरेशन किए जाने पर एक पुलिस अधिकारी व अन्य लोगों द्वारा उसे जान से मारने की धमकी दी जा रही थी। इस पर उसने भिंड के पुलिस अधीक्षक को भी आवेदन दिया था।
आयोग का कहना है कि मीडिया रिपोर्ट के तथ्य अगर सही हैं तो यह प्रशासन की लापरवाही है और पुलिस उस व्यक्ति की जान बचाने में नाकाम रही, जिसने अपनी हत्या की आशंका जताई थी।
वहीं दूसरी ओर आधिकारिक तौर पर मिली जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री चौहान ने कानून व्यवस्था की समीक्षा के दौरान पत्रकार शर्मा की मौत पर दुख जताते हुए कहा कि इस मामले का सच उजागर हो, इसलिए इस प्रकरण की जांच सीबीआई से कराई जाएगी।
संदीप शर्मा सोमवार सुबह अपने दुपहिया वाहन से घर से सर्किट हाउस की ओर जा रहे थे, तभी पीछे से आ रहे रेत से भरे ट्रक ने उन्हें टक्कर मारी, जिससे संदीप जमीन पर गिर गए, उसके बाद चालक वाहन से उन्हें रौंदता हुआ भाग गया। बाद में पुलिस ने ट्रक जब्त कर आरोपी चालक रणवीर को गिरफ्तार कर लिया। संदीप के रिश्तेदार और पत्रकार विकास शर्मा ने पुलिस में घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई।
पुलिस अधीक्षक प्रशांत खरे ने सोमवार को ही इस घटना की जांच के लिए एसआईटी गठित करने की घोषणा की थी।
माना जा रहा है कि पत्रकार शर्मा की मौत स्टिंग ऑपरेशन के जरिए रेत माफिया व पुलिस के गठजोड़ को उजागर करने की वजह से हुई है। शर्मा लगातार अपनी हत्या की आशंका जताते रहे थे और इसके लिए पुलिस अफसरों से लेकर मुख्यमंत्री, राज्यपाल, प्रधानमंत्री तक को उन्होंने पत्र लिखा था।
पत्रकार शर्मा की मौत के बाद कांग्रेस ने भी इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की थी।