काबुल : शिया धर्मस्थल के पास आईएस के हमले में 29 की मौत
काबुल, 21 मार्च (आईएएनएस)| अफगानिस्तान की राजधानी में बुधवार को नवरोज (पारंपरिक पारसी नव वर्ष) का जश्न उस वक्त मातम में तब्दील हो गया जब आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोट कर कम से कम 29 लोगों को मौत के घाट उतार दिया।
अफगान सरकार के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। टोलो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, गृह मंत्रालय के उप प्रवक्ता नसरत रहीमी ने शुरू में कहा था कि काबुल के कर्त-ए-सखी में अली आबाद अस्पताल के सामने एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया था जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई और 18 घायल हो गए।
बाद में जन स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता वाहिद मजरूह ने बाद में बताया कि मरने वालों की संख्या 29 है और घायलों की 52 पहुंच गई है।
ऐसी खबरें हैं कि हमलावर कर्त-ए-सखी में शिया धर्मस्थल के समीप नवरोज का जश्न मना रही और बड़ी भीड़ को अपना निशाना बनाना चाहता था लेकिन वह वहां तक पहुंचने में विफल रहा।
इस्लामिक स्टेट की वेबसाइट अमाक पर छपी रिपोर्ट में आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। इस वेबसाइट पर एसआईटीई खुफिया समूह द्वारा निगरानी रखी जाती है। इस संगठन के स्थानीय समर्थकों ने अफगानिस्तान की राजधानी में हाल के वर्षो में शियाओं पर कई हमले किए है। हाल ही में नौ मार्च को शिया मस्जिद परिसर में एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोट कर 10 लोगों की हत्या कर दी थी।
एक संवाददाता के मुताबिक, नवरोज जश्न में अन्य जातीय समूहों के लोगों ने भी हिस्सा लिया था। इस हमले का वे लोग भी शिकार बने हैं। संवाददाता ने घायलों और मृतकों के बीच बहुत से बच्चों और महिलाओं को पाया।
स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता वहीदुल्लाह मजरुह ने कहा, अधिकतर घायलों को तुरंत ही घटना स्थल के समीप स्थित इस्तिकबाल, अलीआबाद और इब्न ए सीना के अस्पतालों में भर्ती कराया गया। प्राथमिक उपचार के बाद घायलों को दूसरे अस्पतालों में भेज दिया गया।
राष्ट्रपति अशरफ गनी ने हमले की निंदा की और मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना जताई।
अफगानिस्तान की राजधानी में इस साल हुए कई हमलों के बाद बुधवार का यह हमला सामने आया। जनवरी के अंत में भी इस तरह का हमला हुआ था, जब तालिबान ने काबुल के केंद्रीय जिले में विस्फोटकों से भरी एम्बुलेंस में विस्फोट किया था, जिसमें 100 से अधिक लोग मारे गए थे।