क्लाउड के इस्तेमाल से एसएमबी में तीन गुना तक सुधार
नई दिल्ली, 15 मार्च (आईएएनएस)| क्लाउड टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से लघु एवं मंझोली कंपनियों (एसएमबी) ने बाजार तक पहुंच और मुनाफा कमाने की संभावनाओं में तीन गुना तक सुधार दर्ज किया गया है।
एक अध्ययन में इस बात का खुलासा हुआ है। देभशर के 11 शहरों में 275 एसएमबी के स्तर पर क्लाउड प्रयोग के परिणामस्वरूप पड़ने वाले सामाजिक एवं आर्थिक प्रभावों का आकलन करने के मकसद से माइक्रोसॉफ्ट और थॉट आर्ब्रिटेज रिसर्च इंस्टीट्यूट (टीएआरआई) के अध्ययन में यह जानकारी सामने आई है।
अध्ययन में पाया गया कि बाजार पहुंच में उल्लेखनीय वृद्धि, कर्मचारियों की उत्पादकता तथा परिचालनगत प्रक्रियाओं में सुधार और कार्य-जीवन संतुलन में सुधार जैसे अनेक प्रभावों का सीधा संबंध अधिक क्लाउड इस्तेमाल से है।
माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के अध्यक्ष अनंत माहेश्वरी ने कहा, इन कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों ने अपने व्यवसायों में व्यापक पैमाने पर बदलाव लाने में क्लाउड टैक्नोलॉजी के सकारात्मक मूल्य और प्रभाव को स्वयं महसूस किया है। हम विभिन्न संगठनों के बदलाव की यात्रा में भागीदारी कर रहे हैं और इनमें से प्रत्येक नवोन्मेश आधारित विकास के परितंत्र में योगदान कर रहे हैं।
अध्ययन में सामने आया, एसएमबी अपने स्तर पर क्लाउड के इस्तेमाल को बढ़ावा देकर काम में सुधार एवं लचीलेपन के जरिए 308 प्रतिशत तक नकदी प्रवाह में सुधार ला सकते हैं। 96 फीसदी एसएमबी ने क्लाउड इस्तेमाल करने के दो वर्ष के भीतर ही अपने परिचालनगत खर्चो में सकारात्मक प्रभाव को महसूस किया है और इसमें स्थिरता बनी रही है। सुरक्षा, व्यवसाय में निरंतरता और जोखिम प्रबंधन जैसे क्षेत्र भी महत्वपूर्ण है।