मैक्रों, मोदी ने वाराणसी में गंगा में की नौका यात्रा
वाराणसी, 12 मार्च (आईएएनएस)| फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां फूलों से सजी डबल डेकर नौका में सोमवार को गंगा की सैर का मजा लिया। वाराणसी के सांसद मोदी ने मैक्रों को पवित्र गंगा समेत यहां के अनेक घाटों के महत्व व इतिहास के बारे में बताया।
मैक्रों ने इस दौरान उनसे सवाल पूछे और मोदी ने जवाब दिया। दीनदयाल हस्तकला संग्रहालय का दौरा करने के बाद दोनों नेता अस्सी घाट पहुंचे थे।
प्रधानमंत्री ने मैक्रों को स्टॉलों पर विभिन्न हस्तकलाओं से अवगत कराया। इस दौरान दोनों नेता स्थानीय लोगों द्वारा बजाए जा रही शहनाई की धुन को सुनने के लिए वहां कुछ देर रुक गए। दोनों ने ताज समूह के एक पांच सितारा होटल में लंच किया। मैक्रों होटल में आराम के लिए रुक गए जबकि मोदी शहर में अन्य कार्यक्रमों के लिए वहां से चले गए।
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के मिजार्पुर जिले में सबसे बड़े सौर ऊर्जा संयंत्र का उद्घाटन किया। इस 100 मेगावाट संयंत्र से फिलहाल 75 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा।
मोदी और मैक्रों ने एक दूसरे का हाथ पकड़ते हुए केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और फ्रांस की प्रथम महिला ब्रिजिट मैक्रों और अन्य की मौजूदगी में उद्घाटन किया।
इस ऊर्जा संयंत्र का निर्माण 650 करोड़ रुपये की लागत से हुआ है और यह दादरकलां में 380 एकड़ भूमि में फैला है।
संयंत्र में 1.18 लाख सौर पैनल लगे हैं।
उत्पन्न की गई विद्युत को मिजार्पुर के दो वर्गों ‘ए’ और ‘बी’ में विभाजित की जाएगी और शेष विद्युत की आपूर्ति इलाहाबाद की जाएगी।
संयंत्र के अधिकारियों ने मोदी और मैक्रों को बताया कि संयंत्र में सूर्योदय के साथ ही ऊर्जा बननी शुरू हो जाएगी और सूर्यास्त के बाद संयंत्र बंद हो जाएगा।
एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि संयंत्र में 3,18,650 सौर प्लेट लगी हैं और प्रत्येक प्लेट 315 वाट विद्युत का उत्पादन करने में सक्षम है।
ऊर्जा संयंत्र से प्रतिदिन 1.5 लाख घरों को बिजली की आपूर्ति हो सकती है।
फ्रांस के राष्ट्रपति यहां सुबह एक विशेष विमान से लाल बहादुर शास्त्री हवाईअड्डे पर आए, जहां मोदी, उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया।