नासी ने किया महिलाओं के तकनीकी सशक्तिकरण पर राष्ट्रीय सम्मेलन’ का आयोजन
नई दिल्ली, 8 मार्च (आईएएनएस)| अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर नेशनल एकेडमी ऑफ साइंस (नासी) ने गुरूवार को विज्ञान भवन में ‘महिलाओं के तकनीकी सशक्तिकरण पर राष्ट्रीय सम्मेलन’ का आयोजन किया। इस सम्मेलन का उद्घाटन केन्द्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन और पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने किया। इस समारोह में अतिथियों द्वारा महिलाओं को तकनीकी रूप से सशक्त बनाने के लिए महिलाओं की भागीदारी, नीतियों और प्रक्रियाओं के नवीकरण, नियुक्तियों में पारदर्शिता, भर्ती, पदोन्नति और पुरस्कार जैसे आवश्यक कई विषयों पर चर्चा की गई।
सम्मेलन में मुख्य रूप से नासी के प्रेजिडेंट अनिल काकोडर, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार के सचिव प्रो. आशुतोष शर्मा, सलाहकार समिति- सम्मेलन अध्यक्ष प्रोफेसर एम एस स्वामीनाथन और कुछ प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
कांफ्रेंस की शुरूआत एनएएसआई की प्रतिष्ठित महिला वैज्ञानिक अध्यक्ष, डॉ मंजू शर्मा ने की। उन्होंने भारत और विदेश से आई कई महिला वैज्ञानिकों की मौजूदगी को स्वीकार किया और इस तरह के महत्वपूर्ण अवसर पर उनकी मौजूदगी के लिए उन्हें धन्यवाद दिया।
राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर महिलाओं के तकनीकी सशक्तिकरण से संबंधित सभी मुद्दों पर चर्चा करने के उद्देश्य से इस सम्मेलन का आयोजन किया गया है। मंजू शर्मा ने महिलाओं की सभी बिजनेस कार्यक्षेत्रों में आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए कहा, बिजनेस इंटरप्राइजेज, कल्याणकारी गतिविधियों, शैक्षिक प्रयासों के लिए अधिक से अधिक महिला वैज्ञानिकों और तकनीशियनों की आवश्यकता है। इसके लिए शिक्षा और अनुसंधान का एक तरह से विस्तार किया जाना चाहिए ताकि ज्यादा से ज्यादा लड़कियों को प्रारंभिक अवस्था में विज्ञान को करियर के रूप में अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने के साथ साथ आकर्षित किया जा सके। इसके लिए प्रारंभिक आयु से सही सलाह और मार्गदर्शन की आवश्यकता है।
हर्षवर्धन ने अपने सम्बोधन में कहा, नासी ने महिलाओं वैज्ञानिकों के कौशल और प्रतिभाओं को पहचान दिलाने के लिए एक नया मंच प्रदान किया। प्रधान मंत्री के रूप में, श्री नरेंद्र मोदी ने 2022 तक एक नया भारत बनाने का लक्ष्य रखा है, जिसमें इन उभरते महिला वैज्ञानिकों को इस सपने में पूरा करने के लिए एक बड़ी भूमिका निभाने का अवसर मिलेगा। पिछले साल के इवेंट की तुलना यह सेलिब्रेशन बहुत ज्यादा भव्य है और मैं 30 साल में ऐसा इवेंट पहली बार देख रहा हूं जिसमें महिलाओं वैज्ञानिकों को बहुत ज्यादा महत्व दिया गया है।