आईएसएल-4 : घर में पुणे की शर्मनाक हार, गोवा ने उम्मीदें जिंदा रखीं
पुणे, 25 फरवरी (आईएएनएस)| लगातार हार से परेशान एफसी गोवा ने रविवार को श्री शिव छत्रपति स्पोर्ट्स काम्पलेक्स स्टेडियम में शानदार प्रदर्शन करते हुए मेजबान एफसी पुणे सिटी को 4-0 से हराते हुए हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के चौथे सीजन के प्लेऑफ में पहुंचने की खुद की उम्मीदों को बरकरार रखा है।
पुणे को सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए सिर्फ एक अंक की जरूरत थी लेकिन उसके खिलाड़ी शुरुआत से ही लयविहीन दिखे, जिसका फायदा उठाकर गोवा ने बीती हार का हिसाब बराबर करते हुए पूरे तीन अंक हासिल किए। गोवा के अब 16 मैचों से 24 अंक हो गए हैं और मुम्बई सिटी एफसी को पीछे करते हुए छठे स्थान पर पहुंच गया है।
गोवा अगर अपने बाकी के दो मैच जीत लेता है और दौड़ में शामिल बाकी की टीमों को अप्रत्याशित परिणाम का सामना करना पड़ता है तो वह सेमीफाइनल में पहुंच जाएगी। पुणे के 17 मैचों से 29 अंक हैं और वह तालिका में अब भी दूसरे स्थान पर है। अंतिम मैच में उसे हर हाल में जीतना होगा या कम से कम ड्रॉ खेलना होगा।
मैच का पहला गोल 26वें मिनट में हुआ। पुणे के डिफेंडर आदिल खान ने बॉक्स में हुगो बाउमोस के गिरा दिया, जिस पर रेफरी ने पुणे के खिलाफ पेनाल्टी दिया। लेंजारोते ने 28वें मिनट में विशाल कैथ को छकाते हुए अपनी टीम को 1-0 से आगे कर दिया।
बोउमोस ने 46वें मिनट में गोल करते हुए गोवा को 2-0 से आगे कर दिया। बोउमोस ने यह गोल कोरोमिनास के पास पर किया। पुणे ने 49वें और 51वें मिनट में दो बदलाव किए लेकिन इसका उसे कोई फायदा नहीं हुआ क्योंकि गोवा ने 58वें मिनट में तीसरा गोल करते हुए 3-0 की बढ़त ले ली। यह गोल कोरोमिनास ने किया और बोउमोस ने इसमें उनकी मदद की।
गोलकीपर विशाल कैथ अपनी टीम को लगातार मुश्किलों से बचाने के प्रयास में जुटे थे लेकिन उनके साथी लगातार गलतियां कर रहे थे। इसी तरह की एक गलती पुणे की टीम ने 65वें मिनट में की, जिस पर गोवा को पेनाल्टी मिला। कोरोमिनास ने बिना कोई गलती किए उसे गोल में तब्दील कर दिया। सार्थक गोलुई द्वारा मंडार राव देसाई द्वारा लिए गए शॉट पर हाथ लगाने के कारण गोवा को यह पेनाल्टी मिला।
79वे मिनट में सार्थक को पीला कार्ड मिला और 80वें मिनट में पुणे के सबसे बड़े स्टार मार्सेलिन्हो को दूसरा पीला कार्ड मिला। 34वें मिनट में पहला पीला कार्ड देखने वाले मार्सेलिन्हो बाहर गए और पुणे को 10 खिलाड़ियों के साथ आगे का खेल खेलना पड़ा। मार्सेलिन्हो अब अपनी टीम के अंतिम मैच में भी नहीं खेल सकेंगे।
पुणे के गोलकीपर कैथ की जितनी तारीफ की जाए कम है। इस खिलाड़ी ने उच्चस्तरीय प्रदर्शन करते हुए अंतिम पलों में भी एक बेहतरीन बचाव किया। कैथ अगर आज फार्म में नहीं होते तो पुणे यह मैच कम से कम सात गोलों के अंतर से हारी होती।