आईएसएल-4 : प्लेआफ पर नजरें रख जमशेदपुर एफसी करेगा बेंगलुरू का सामना (प्रीव्यू)
भुवनेश्वर, 24 फरवरी (आईएएनएस)| हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के चौथे सीजन में धीमी शुरुआत के बाद अपने बेहतरीन खेल के दम पर प्लेआफ की दौड़ में शामिल जमशेदपुर एफसी के सामने रविवार को बेंगलुरू एफसी की चुनौती होगी। कलिंगा स्टेडियम में होने वाले इस मैच के माध्यम से पहली बार इस लीग में खेल रही जमशेदपुर एफसी एक और बड़ा कदम रखते हुए अंतिम-4 का टिकट कटाना चाहेगी।
जमशेदपुर एफसी ने अब तक 16 मैच खेले हैं और अब उसके खाते में दो मैच बचे हैं। बेंगलुरू को हराकर यह टीम प्लेआफ में तो नहीं पहुंच सकती, लेकिन वह इसके करीब जरूर पहुंच सकती है। इस तरह वह प्लेआफ के लिए बाकी बचे तीन स्थानों की दौड़ में शामिल केरला ब्लास्टर्स और एफसी गोवा पर दबाव बना सकती है। बेंगलुरू की टीम पहले ही प्लेआफ के लिए क्वालीफाई कर चुकी है।
यह टीम काफी अहम है और कोच स्टीव कोपेल इसकी महत्ता को जनते हैं लेकिन इसके बावजूद उनका मानना है कि यह उनके टीम के लिए करो या मरो वाली स्थिति नही है।
कोपेल ने मैच से पहले संवाददाता सम्मेलन में कहा, हम बीते पांच मैचों से इस तरह की स्थिति में हैं और हमने ऐसे हालात में अच्छा प्रदर्शन किया है। इसिलए हम इस चुनौती को स्वीकार करते हुए अगले मैच का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
कोपेल की टीम ने बीते कुछ मैचों में काफी अच्छा खेल दिखाया है। इस टीम ने बीते चार मैचों में से अधिकतम 12 में से 10 अंक हासिल किए हैं। अपनी टीम के अच्छे फार्म को लेकर कोपेल ने कहा, सीजन के पहले हाफ में हमने कई बराबरी के मैच खेले लेकिन बीते पांच-छह मैचों से हमने बराबरी के मैचों को जीत में बदलना शुरू कर दिया है।
बेंगलुरू एफसी के कोच एल्बर्ट रोक्का भी टीम जीत का लय बनाए रखना चाहते है।
रोक्का ने कहा, हमें अंतिम दो मैचों में मजबूती से खेलना होगा। इससे हमें खुद को प्लेआफ के लिए तैयार होने में मदद मिलेगी। हमें यह भी याद रखना होगा कि इस दौरान हमें प्लेआफ के दौरान एएफसी कप मैच भी खेलने हैं और इस कारण हम किसी मैच को हल्के में नहीं ले सकते।
रोक्का ने विपक्षी टीम के बारे में कहा, जमशेदपुर एफसी को पता है कि उसे कल हर हाल में अच्छा परिणाम चाहिए, जिससे कि वह प्लेआफ में पहुंच सके। एसे में हम एक कठिन मुकाबले की उम्मीद कर रहे हैं।
पहले चरण में दोनों टीमों के बीच जो मुकाबला हुआ था, उसमें बेंगलुरू की हार हुई थी।