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भारत, चीन एशिया में एआई क्षेत्र में अग्रणी निवेशक

नई दिल्ली, 21 फरवरी (आईएएनएस)| एशियाई उद्यमी अपने कारोबारी मॉडल को नए तरीके से संचालित करने के लिए तेजी से कृत्रिम बुद्धिमता यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) को अपना रहे हैं।

खास बात यह है कि इनमें भारत और चीन अग्रणी के रूप में उभरकर सामने आए हैं। यह बात बुधवार को एक हालिया शोध के नतीजों से सामने आई है। शोध के मुताबिक, चीन और भारत में 2016 और 2017 के बीच एआई निवेश में काफी इजाफा हुआ है। चीन ने जहां इस क्षेत्र में निवेश 31 से बढ़कर 61 फीसदी कर दिया है, वहीं भारत में 29 फीसदी से बढ़कर 69 फीसदी हो गया है।

शोध में कहा गया है कि भारतीय सिस्टम्स इंटीग्रेटर्स भी सक्रियता से एआई कंसोर्टियम जैसे ओपन एआई में हिस्सा ले रहा है।

मौजूदा प्रौद्योगिकी कंपनियों, स्टार्ट-अप और अकादमिक समुयदायों में सरकार समर्थित एआई के जरिए नवाचार हो रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 अक्टूबर को कहा था कि एआई, बॉट्स और रोबॉट्स उत्पादकता बढ़ेगी। उन्होंने कहा था कि एआई मेड इन इंडिया और मेड टू वर्क फॉर इंडिया अर्थात यह भारत में निर्मित व भारत के लिए निर्मित होना चाहिए।

वित्तमंत्री अरुण जेटली ने एक फरवरी को बजट भाषण के कहा था कि नीति आयोग अनुसंधान व विकास समेत एआई पर राष्ट्रीय कार्यक्रम शुरू करेगा।

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