गीता तूफान से तबाह टोंगा को भारत ने 10 लाख डॉलर दिए
संयुक्त राष्ट्र, 21 फरवरी (आईएएनएस)| भारत ने प्रशांत महासागर में स्थित टोंगा किंगडम को चक्रवाती तूफान गीता से हुई तबाही से उबरने के लिए 10 लाख डॉलर की राहत राशि प्रदान की है। यह जानकारी संयक्त राष्ट्र से मिली है।
यूएन ऑफिस ऑफ साउथ-साउथ को-ऑपरेशन (यूएनओएसएससी) ने सोमवार को घोषणा की कि भारत-संयुक्त राष्ट्र विकास साझेदारी कोष (आई-यूएनडीपीएफ) की ओर से टोंगा को पांच लाख डॉलर की राहत तत्काल प्रदान की जाएगी और इसके बाद पांच लाख डॉलर और दिया जाएगा।
यूएनओएसएससी ने कहा, क्षति का आकलन करने के बाद टोंगा की सरकार प्राथमिकताओं व जरूरतों के मुताबिक आई-यूएनडीपीएफ की मदद से पुनर्वास परियोजनाएं तय करेगी।
अमेरिकी एजेंसी नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशसन की रपट के अनुसार चौथी श्रेणी के चक्रवाती तूफान से टोंगा में भारी तबाही हुई है।
इस तीव्रता के चक्रवाती तूफान में हवा 225 से 279 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चलती है।
देश की संसद तूफान से तहस-नहस हो गई और द्वीप-समूह को काफी क्षति हुई है।
अंतर्राष्ट्रीय रेड क्रॉस ने कहा कि आरंभिक आकलन के मुताबिक टोंगा की 70 फीसदी आबादी इससे प्रभावित हुई है। टोंगा टापू में सबसे ज्यादा तबाही मची है, जहां देश की राजधानी नुकुईलोफा स्थित है।
फिजी के सुवा स्थित भारतीय उच्चायोग के अनुसार, इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टोंगा के प्रधानमंत्री अकिलिसी पोहिवा को सहानुभूति संदेश भेजा। टोंगा के मामलों को भी इसी भारतीय उच्चायोग से देखा जाता है।
ट्विटर पर उच्चायुक्त की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, मोदी ने कहा कि कठिन व विपत्ति के इस क्षण में भारत टोंगा के लोगों के साथ मित्रवत रूप में खड़ा है। उन्होंने अपने संदेश में 10 लाख डॉलर की मदद देने की पेशकश की।