पीएनबी घोटाला भारतीय बैंकिंग प्रणाली की कमजोरी का परिचायक : एसोचैम
नई दिल्ली, 16 फरवरी (आईएएनएस)| पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में हुए 1.8 अरब डॉलर (11,300 करोड़ रुपये) के घोटाले पर किसी उद्योग मंडल द्वारा व्यक्त की गई पहली प्रतिक्रिया में एसोचैम ने शुक्रवार को सरकारी बैंकों की कार्यप्रणाली की आलोचना की और उनकी ‘कमजोर’ स्थिति पर सवाल उठाया। एसोचैम द्वारा जारी बयान में कहा गया है, पंजाब नेशनल बैंक की एक एकल शाखा में कनिष्ठ अधिकारियों की मिलीभगत से हुआ कथित तौर पर 11,300 करोड़ रुपये का फर्जी लेन-देन यह दिखाता है कि हमारी बैंकिंग प्रणाली कितनी कमजोर है।
एसोचैम के महासचिव डी. एस. रावत ने कहा, तथ्य यह है कि उपप्रबंधक स्तर का अधिकारी मीडिया से बात कर रहा है। यह दिखाता है कि देश के दूसरे सबसे बड़े बैंक समेत अन्य ऋणदाताओं की जोखिम प्रबंधन प्रणाली कितनी लचर है और यहां कमांड प्रणाली की श्रृंखला नहीं है या इसका पालन नहीं किया जाता है।
उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था के बढ़ते आकार के साथ ही बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थाओं के आकार भी बड़े हो गए हैं, जिससे कोई भी गलती होने पर उसका प्रभाव काफी बड़ा होता है।
रावत ने कहा, पीएनबी की घटना हमारी आंख खोलनेवाली है कि हमारी जोखिम आकलन प्रणाली दुरुस्त नहीं है। यहां तक कि नियामक आरबीआई भी इस गलती को समय पर नहीं पकड़ सका। कुल मिलाकर बैंकों की आरबीआई द्वारा किया जानेवाला निरीक्षण एक नियमित घटना बन गई है।