पुलिस ने नेतन्याहू पर रिश्वतखोरी के आरोप लगाने की संस्तुति की
जेरुसलम, 14 फरवरी (आईएएनएस)| इजरायली पुलिस ने मंगलवार को दो अलग-अलग मामलों में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर रिश्वतखोरी, धोखाधड़ी और भरोसा तोड़ने के आरोप लगाने की संस्तुति की। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, महीने भर तक चली जांच के बाद पुलिस ने इजरायल के अटॉर्नी जनरल अविचाई मेंडेलब्लिट को अपनी संस्तुति सौंपी, जो यह तय करेंगे कि प्रधानमंत्री के खिलाफ आरोप तय किए जाए या नहीं।
एक औपचारिक बयान में पुलिस ने कहा कि उसने यह निष्कर्ष निकाला है कि इस मामले में नेतन्याहू के खिलाफ ‘पर्याप्त सबूत’ हैं।
पुलिस द्वारा दर्ज पहले मामले को ‘केस1000’ का नाम दिया गया है। इसमें आरोप है कि नेतन्याहू ने कथित तौर पर इजरायली कारोबारी व हॉलीवुड निर्माता अरनॉन मिलचन और आस्ट्रेलियाई कारोबारी जेम्स पैकर से रिश्वत ली थी।
पुलिस ने कहा कि 2007 से 2016 के बीच नेतन्याहू और उनके परिवार ने लाखों शेकेल (करीब 2,82,800 डॉलर) के महंगे सिगार, शैम्पेन और आभूषणों को लिया।
बयान में कहा गया कि 2009 में नेतन्याहू के फिर से प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद उन्हें भेंट किए जाने वाले सामानों में उल्लेखनीय वृद्धि देखने को मिली।’
महंगे सामान लेने के बदले नेतन्याहू ने अमेरिकी अधिकारियों से संपर्क कर मिलचन के अमेरिका में रहने को लेकर वीजा अवधि को बढ़ाने के लिए कहा।
उन्होंने ऐसे कानून को भी बढ़ावा देने का काम किया जो 10 साल से अधिक समय तक विदेश में रहे इजरायली नागरिकों को लौटने पर कर में छूट प्रदान करता है, जिसे ‘मिलचन विधेयक’ के नाम से जाना जाता है और इसने मिलचन को इजरायली मीडिया में निवेश बढ़ाने में मदद की।
एक अन्य मामले ‘2000’ में नेतन्याहू पर कथित रूप से अरनॉन मोजेसे से रिश्वत लेने का आरोप है, जो इजरायल के सबसे बड़े समाचार पत्रों में से एक येदिओथ अहारोनोथ के प्रकाशक हैं।
पुलिस ने कहा कि नेतन्याहू और मोजेस के बीच एक समझौता पर बात हुई, जिसके अंतर्गत योदिओथ अहारोनोथ में नेतन्याहू के पक्ष में कवरेज होगा और बदले में वह (नेतन्याहू) ऐसे कानून और अन्य उपायों को बढ़ावा देंगे जो येदिओथ के मुख्य प्रतिद्वंद्वी समाचार पत्र इजरायल हायोम के वितरण को सीमित करेगा।
नेतन्याहू ने एक वीडियो में खुद को बेगुनाह बताया है। यह देश के सभी मुख्य चैनलों पर और उनेक फेसबुक पेज पर प्रसारित हुआ है।
उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके खिलाफ यह जांच उनकी सरकार गिराने के मकसद से शुरू की गई है।