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केरल : ‘बार घोटाले’ के व्हिसिल ब्लोवर का माकपा पर धोखाधड़ी का आरोप

तिरुवनंतपुरम, 13 फरवरी (आईएएनएस)| व्हिसिल-ब्लोअर बार मालिक बिजू रमेश ने मंगलवार को सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) पर धोखाधड़ी करने और बंद बारों को फिर से खोलने का वादा पूरा न करने का आरोप लगाया। रमेश के कांग्रेस की अगुवाई वाले यूडीएफ पर बार घोटाले व भ्रष्टाचार का आरोप लगाने की वजह से सत्ता से बाहर होना पड़ा। यह घोटाला 2014 में सामने आया था।

इस घोटाले के सामने आने के दौरान रमेश नौ बार के मालिक थे। रमेश ने कहा कि माकपा के राज्य सचिव कोडियेरी बालकृष्णन ने वादा किया था कि जब वाम सत्ता में आएगी तो बंद बार को फिर से खोला जाएगा।

उन्होंने कहा, हमने उनके आश्वासन पर विश्वास किया.. उन्होंने हमसे वादा किया था कि यदि हम पूर्व वित्तमंत्री के.एम. मइम के खिलाफ रिश्वत लेने के आरोपों पर दृढ़ रहेंगे तो वे जब सत्ता में आएंगे तो बंद बार को फिर से खोल देंगे।

रमेश ने कहा, लेकिन माकपा बार घोटाले मामले में मणि को क्लिन चिट देने पर आमादा है और यह धोखाधड़ी है।

पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने वर्ष 2014 में राज्य में 700 बार को बंद कर दिया था और सिर्फ पांच सितारा होटलों के दो दर्जन बार बचे हुए थे।

रमेश के एक टीवी चैनल पर मामले का खुलासा करने के बाद पूर्व मंत्री ने 2015 में अपने पद से इस्तीफा दे दिया। रमेश ने खुलासा किया था कि उन्होंने 2014 में बंद बार को खोलने के लिए मणि को रिश्वत दिया था।

इस घोटाले को राज्य के 2016 के चुनाव अभियान में प्रमुख मुद्दा बनाया गया था। केरल विधानसभा की 140 सीटों में से चांडी व युनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट को सिर्फ 47 सीटें मिली थीं।

रमेश ने कहा, मणि के साथ संबंध ठीक करने की कोशिश में उन्होंने (माकपा) ने न सिर्फ मुझसे धोखाधड़ी की है, बल्कि राज्य के लोगों से भी की है, क्योंकि माकपा की सहयोग के बिना मणि मामले से बाहर निकलने में सक्षम नहीं होंगे।

मणि ने जब 2015 में बजट पेश करने की कोशिश की थी, तो विपक्ष में रहे वाम मोर्चे ने विधानसभा में हंगामा किया और विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी सहित फर्नीचर को नुकसान पहुंचाया था।

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