किसान सम्मेलन फ्लॉप शो, शिवराज कर रहे धोखाधड़ी : विपक्ष
भोपाल, 12 फरवरी (आईएएनएस)| मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा सोमवार को बुलाए गए किसान महासम्मेलन में कम संख्या में किसानों के पहुंचने पर इसे विपक्ष ने ‘फ्लॉप शो’ करार देते हुए किसानों को उनकी मेहनत का उचित मूल्य दिलाने के ऐलान पर तंज कसा।
विपक्ष का कहना है कि उचित मूल्य की बात 14 साल बाद क्यों हो रही है? सच तो यह है कि शिवराज उचित मूल्य के नाम पर किसानों से लगातार धोखाधड़ी करते आ रहे हैं। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि सम्मेलन में ढाई लाख किसानों के आने का दावा करने वाली शिवराज सरकार के सरकारी धन के अपव्यय वाले ‘शो’ में मात्र 20 हजार लोग पहुंचे, जिनमें ज्यादातर भाजपा कार्यकर्ता शामिल थे।
उन्होंने कहा कि इस पूरे आयोजन पर 10 करोड़ रुपये खर्च करने वाली सरकार ने जो घोषणाएं की हैं, वे नई नहीं हैं। शिवराज सिंह चौहान ये घोषणाएं पिछले 14 साल से कई किसान पंचायतों में करते आ रहे हैं। यह आयोजन महज एक प्रायोजित शो था। शिवराज ने इसे शो के अंदाज में ही पेश भी किया।
सिंह ने कहा कि इस प्रदेश की जनता, विशेषकर किसानों को उनकी घोषणाओं से सिर्फ यही आपत्ति है कि वे होती हैं, पर पूरी नहीं होतीं। यही कारण है कि आज भोपाल में फिजूलखर्ची का ब्रांडिंग शो चल रहा था। उसी समय मुख्यमंत्री शिवराके गृह व विधानसभा क्षेत्र के 500 किसान जो हमीदगंज, गोपालपुर और बौड़ी सहित 12 गांवों से पैदल मार्च करते हुए नसरूल्लागंज तहसील कार्यालय पहुंचे और अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए। इसी से पता चलता है कि किसानों को शिवराज की घोषणाओं पर भरोसा नहीं है।
वहीं, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने मुख्यमंत्री द्वारा किसानों की कर्जमाफी को लेकर सीधे की गई मनाही और उन्हें उनकी फसलों का उचित दाम दिलाने की गई घोषणा पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि जो मुख्यमंत्री पिछले 14 सालों से स्वयं को किसानपुत्र बताते हुए किसानों को लेकर एक घोषणा भी पूरी नहीं कर पाए, वे अब उन्हें कैसा और कौन सा उचित दाम दिला पाएंगे? मुख्यमंत्री को अपनी ये घोषणाएं पूरी करने के लिए तारीख भी घोषित करनी चाहिए।
यादव ने इस सम्मेलन में पिछले 14 सालों में आत्महत्या करने वाले 30 हजार किसानों, मंदसौर में अपनी उपज का उचित दाम मांगने पर पुलिस की गोली से शहीद हुए सात किसानों के लिए संवेदना का एक भी शब्द नहीं कहने पर मुख्यमंत्री की आलोचना की।
आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक और राष्ट्रीय प्रवक्ता आलोक अग्रवाल ने प्रदेश सरकार के किसान सम्मेलन को शर्मनाक बताते हुए कहा कि एक तरफ प्रदेश का किसान ओलावृष्टि के कारण सांसत में है। किसानों के माथे पर सिकन है, और ऐसे में सत्ता के मद में चूर शिवराज सरकार ने किसान सम्मेलन के नाम पर अपना शक्ति प्रदर्शन किया।
उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिस समय प्रदेश के मुखिया को किसानों के दरवाजे पर जाकर उनका हाल-चाल पूछना चाहिए था, वैसे समय में करोड़ों रुपये की बर्बादी महज अपनी झूठी घोषणाओं और जनविरोधी योजनाओं को चमकाने के लिए की गई।